दूध की शीतलन के लिए उपयोग किए जाने वाले तरीके | Read this article in Hindi to learn about the indigenous and scientific methods used for cooling of milk.

दूध को ठण्डा करने में दो विधियाँ उपयोग की जाती है:

देशी विधि (Indigenous Methods):

देशी विधि में दूध को ठण्डा करने में पानी या बर्फ का उपयोग करते है । ग्रामीण क्षेत्रों में दूध को ठण्डा करने की तीन उपविधियां अपनायी जाती हैं ।

i. भीगे टाट के बोरे का उपयोग (Use of Wet Gunny Bag):

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थोड़ी मात्रा में दूध को डिब्बों में भर कर उनके चारों ओर पानी से भीगा कपड़ा या टाट का बोरा लपेट देते हैं । कपडे से पानी वाष्पीकरण के लिए दूध के बर्तन से गुप्त उष्मा शोषित करके दूध को ठण्डा करता । कपडे के सूखने पर उसे पुनः भिगो लिया जाता । इस विधि में दूध का तापमान गर्मी की ऋतु में शीघ्रता से नहीं बढ़ता है ।

ii. डिब्बों को पानी में डुबो कर:

ग्रामीण दुग्ध संग्रह केन्द्रों पर दूध को ठण्डा रखने के लिए एक टैंक में पानी व बर्फ भर कर उसमें दूध से भरे डिब्बो को रख दिया जाता है । इससे दूध ठण्डा बना रहता है । यह विधि ग्रामीण Assembling Centres पर भी अपनाई जाती है ।

वैज्ञानिक विधियाँ (Scientific Methods):

वैज्ञानिक विधि से दूध को ठण्डा करने के लिए यन्त्रों का प्रयोग किया जाता है जिन्हें शीतक (Cooler) कहते हैं । इन शीतकों का आकार एवं प्रकार दूध को ठंडा की जाने वाली मात्रा पर निर्भर करता है ।

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शीतकों के मुख्य प्रकार निम्नलिखित है:

i. कैन डुबोना (Can Immersion or Inchurn Method):

दूध से भरे डिब्बों को ठण्डे पानी से भरे टैंक में रखा जाता है जिससे पानी को गतिशील बनाये रखने के लिए एक विद्युत चलिक प्रक्षोभक (Agitator) लगा रहता है । टैक में पानी का तल इतना रखते हैं कि पानी दूध के डिब्बों में प्रवेश न कर पाये ।

ii. सतही शीतक (Surface Cooler):

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सतही शीतकों में दो भागों में बंटी हुई Stainless Steel की एक-एक टयूब में ऊपर के आधे भाग में ठण्डा पानी तथा नीचे के आधे भाग में प्रशीतक (Refrigerant) बहता है । ठण्डा पानी तथा प्रशीतक अपने खण्ड में नीचे से प्रवेश करके ऊपर को बहते हुए उपरी भाग से निकलते हैं ।

प्रशीतक के रूप में Brine, NH3, Freon आदि का प्रयोग किया जाता है इस गर्म दूध को पहले ऊपरी आधे भाग में ठण्डे पानी के सम्पर्क द्वारा ठण्डा होता है । तत्पश्चात निचले आधे भाग में प्रशतिक द्वारा अवशीतित होता है । यह पास्तुरीकरण की LT LT विधि के लिए उपयोगी है ।

iii. आन्तरिक टयूब वाले शीतक (Internal Tubular Cooler):

इस आकार के शीतक में छोटे व बड़े व्यास के पाईप एक दूसरे के ऊपर रहते हैं । अन्दर वाले पाईप में दूध तथा बाहर वाले पाईप में प्रशीतक एक दूसरे की विपरीत दिशा में प्रवाहित होते हैं । इस प्रकार दूध तथा प्रशीतक में ताप का आदान प्रदान अन्दर वाले पाईप की सतह से होता है । इस विधि का उपयोग दूध को ठण्डा या गर्म करने के लिए पास्तुरीकरण को HTST विधि में किया जाता है ।

iv. प्लेट टाइप शीतक (Plate Typed Coolers):

इस प्रकार के शीतक HTST Pasteurizer के एक भाग के रूप में लगे रहते है । प्लेट टाईप कूलर या ऊष्मक की रचना समान होती है भिन्नता मात्र उसमें प्रयोग किये जाने वाले Cooling या Heating Media में होता है । इस प्रकार के शीतकों/उषकों में Stainless Steel की बनी प्लेटस होती है ।

जो लम्बवत् (Vertically) गैसकेट (Gaskets) की सहायता से एक ढाँचे में डाल कर जोडी जाती है दो प्लेटों के मध्य 1/25″ रिक्त स्थान तरल प्रवाह के लिए छोडा जाता है । इस खाली स्थान में एकान्तर रुप में दूध या प्रशतिक या उष्मक माध्यम प्रवाहित होता है ।

इनमें दूध एक बहुत महीन परत के रूप में प्लेट के सम्पर्क में आकर शीघ्रता पूर्वक ठण्डा या गर्म हो जाता है । दूध तथा शीतक का प्रवाह एक दूसरे की विपरीत दिशा में रहता है ।

v. डूबने वाले शीतक (Immersion Cooler):

प्रशीतक इकाई (Refrigeration Unit) की विस्तार इकाई (Evaporator Unit) की रचना इस प्रकार की होती है कि उसे दूध के भरे डिब्बों में दूध में डुबो दिया जाता है । दूध की समान रूप से ठण्डा करने की दृष्टि से विद्युत चलित प्रक्षोभकों द्वारा हिलाया जाता है । ये प्रक्षोभक भी विस्तार इकाई से जुडे रहते है ।

vi. कैबिनेट शीतक (Cabinet Cooler):

दूध को ठंडा करने के लिए अधिक मात्रा होने पर उसे एक साथ ठंडा करने के लिए, दूध को मात्रा के आधार पर आवश्यकतानुसार सतही शीतकों को एक साथ जोड कर कार्य लिया जाता है । इन संयुक्त सतही शीतकों को ही कैबिनेट शीतक कहते हैं । ये कम स्थान तथा कम समय में अधिक मात्रा में दूध को ठण्डा कर सकते हैं ।

vii. रोटर फ्रीज (Rotor Freeze):

प्रशीतलन इकाई की विस्तार इकाई, पानी या बाईन को ठण्डा करती है । यह Cooling Media टैंक के ऊपर दूध के डिब्बों को रख कर इस प्रणाली में विशिष्ट प्रकार से बनी टयूब्स को डिब्बों में प्रविष्ट कराकर उनमें ठण्डा पानी या प्रशीतित बाईन के Circulation द्वारा दूध को ठंडा किया जाता है । डिब्बों में दूध के प्रक्षोभन की व्यवस्था भी रखी जाती है ।

viii. विपुल टैंक शीतक (Bulk Tank Cooler):

दूध के बडे टैंकों या साईलो में दूध को ठण्डा करने के लिए यांत्रिक प्रशीतन प्रणाली का उपयोग किया जाता है । इसमें प्रशीतलन पदार्थ/ठण्डा पानी/प्रशीतित ब्राईन टैंक के दूध में से Coil Type Tuber के द्वारा प्रवाहित किया जाता है । दूध समान रूप से ठंडा हो अतः प्रक्षोभन की व्यवस्था भी की जाती है ।

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