सूक्ष्मजीवों पर अनुच्छेद | Paragraph on Microorganisms in Hindi!

मिट्टी (Soil) में अधिकांश सूक्ष्मजीवों (Micro-Organisms) की वृद्धि पौधों की जड़ों (Roots) के चारों ओर पाई जाती है । यह क्षेत्र राइजोस्फीयर (Rhizosphere) कहलाता है ।

इस क्षेत्र (Region) में ही सूक्ष्म जीवों (Micro Organisms) के साथ पौधों या अन्य सूक्ष्म जीवों के बीच सिमबायोसिस (Sysbiosis), कॉमनसेलिजम (Commensalism) या एण्टागोनिज्य (Antagonism) संबंध पाए जाते हैं, जिनमें से कुछ संबंध पौधों के लिए लाभदायक एवं कुछ हानिकारक होते हैं ।

मिट्टी (Soil) में उपस्थित सूक्ष्म जीवों (Micro Organisms) का महत्वपूर्ण कार्य मिट्टी में उपस्थित विभिन्न (Different) प्रकार के कार्बनिक पदार्थों (Organic Matters) का अपघटन (Decomposition) करना होता है ।

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सूक्ष्मजीव (Micro Organisms) मृदा (Soil) में पौधों के लिए विभिन्न प्रकार के पोषक पदार्थ उपलब्ध कराते हैं जो कि उनकी वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है ।

सूक्ष्मजीव (Micro Organisms) निम्न प्रकार से पादप वृद्धि में सहायक हैं:

(1) कुछ सूक्ष्मजीव (Micro Organisms) मृदा (Soil) ने विषैले पदार्थ (Toxic Substances) छोड़ते हैं जो पादप वृद्धि के लिए घातक हो सकते हैं ।

(2) सूक्ष्म जीवों (Micro Organisms) की जातियाँ मृदा (Soil) में वृद्धिकारक पदार्थों का निर्माण करती हैं जो पादप वृद्धि में सहायक होती हैं । जैसे जिब्बरलिन, ऑक्सीजन आदि ।

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(3) मृदा में पौधों और सूक्ष्मजीवों के मध्य पोषण के आधार पर पारस्परिक स्पर्धा हो सकती है । जो पौधों की वृद्धि पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है ।