धरण: मतलब, रूप और कार्य | Read this article in Hindi to learn about:- 1. ह्यूमस का अर्थ (Meaning of Humus) 2. ह्यूमस के रूप (Forms of Humus) 3. कार्य  एवं महत्व (Functions and Importance).

ह्यूमस का अर्थ (Meaning of Humus):

पौधे मृदा (Soil) से खनिज पदार्थ (Mineral Matter) प्राप्त करते हैं । लेकिन मृत्यु के बाद पौधों से मृदा (Soil) को केवल कार्बनिक पदार्थ (Organic Matter) ही प्राप्त होते हैं । सूक्ष्म जीवियों (Micro-Organisms) की सक्रियता के कारण इन कार्बनिक पदार्थों (Organic Matter) को खनिज पदार्थों में बदल दिया जाता है ।

इस प्रक्रिया को खनिजीकरण (Mineralization) कहा जाता है । इस प्रकार ह्यूमस (Humus) के बनने और अपघटन (Decomposition) के चक्र के मध्य खनिजीकरण प्रमुख अवस्था है । ह्यूमस (Humus) एक भूरा काला (Brownish-Black) मोम सदृश (Waxy) कार्बनिक पदार्थ (Organic Matter) है ।

जोकि उपजाऊ भूमि का अत्यंत महत्वपूर्ण भाग होता है । इसका निर्माण मिट्टी में सूक्ष्म जीवों (Micro-Organism) द्वारा कार्बनिक पदार्थों (Organic Matter) के अपघटन (Decomposition) एवं संश्लेषण (Synsthesis) क्रियाओं द्वारा होता है ।

ADVERTISEMENTS:

ह्यूमस (Humus) कार्बन (Carbon) तथा नाइट्रोजन (Nitrogen Compounds) से मिलकर बना हुआ जटिल पदार्थ (Complex Material) होता है । इसमें लिग्नो-प्रोटीन्स (Ligno Proteins) एवं अकार्बनिक लवण (Inorganic Salts) जैसे, फॉस्फेट्स (Phosphates), पोटाश (Potash) आदि भी पाए जाते हैं । ह्यूमस पौधों के विकास और वृद्धि में सहायक होती है ।

ह्यूमस के रूप (Forms of Humus):

कार्बनिक पदार्थ (Organic Matter) के स्वभाव (Nature) वनस्पति तथा जलवायुवीय दशाओं के अनुसार दो प्रकार के ह्यूमस बनते हैं । दोनों प्रकार के ह्यूमस के नाम मुलर (Muller) नामक वैज्ञानिक ने दिए ।

(a) मोर ह्यूमस (Mor Humus):

यह एक प्रकार की मृदा (Soil) के समान होता है । इस ह्यूमस में पोषक तत्वों तथा केंचुओं की कमी होती है । इसमें लिटर (Litter) खनिज मृदा में मिश्रित नहीं होती है ।

ADVERTISEMENTS:

इसमें विघटन बहुत धीमी गति से होता है तथा मृदा (Soil) की सतह पर O2 का एक स्तर बन जाता है । यह सघन, खुरदरी भूरे-काले रंग की होती है । यह बहुत अम्लीय होती है । अत: कार्बनिक विघटन नहीं हो पाता है तथा सूक्ष्म जीवों की क्रियाएँ रुक जाती हैं । अत: दलदली प्रकार का मलबा एकत्रित हो जाता है ।

(b) मुल ह्यूमस (Mull Humus):

यह एक प्रकार की मृदा (Soil) होती है । जो वनों की भूमि की सतह को ढंके रहती है । इसकी आकृति अच्छी होती है, जो पथरीली खनिज लवण पोषक तत्व तथा चौड़ी पत्तियों (Leaves) आदि से युक्त है ।

इसमें मोर (Mor) की अपेक्षा सूक्ष्म जैविकीय जीव धारियों की अधिक मात्रा पायी जाती है तथा अधिक जीवाणुओं (Bacteria) एवं कवकों (Fungi) की समष्टि (Population) वाली होती है ।

ADVERTISEMENTS:

इसमें मृदा की pH 5.0 होती है तथा केंचुए अधिकता में पाए जाते हैं । मृदा (Soil) के अन्दर सूक्ष्म जीवों (Micro Organism) द्वारा अपघटन तेजी से होता है । यह भुर-भुरी तथा कलिलीय स्वभाव की होती है ।

मिट्टी में ह्यूमस का कार्य (Functions and Importance of Humus in Soil):

मिट्टी में ह्यूमस के कार्य निम्न हैं:

(1) यह मिट्टी की भौतिक अवस्थाओं (Physical Conditions) को बनाए रखता है तथा इसे मृदु (Soil) एवं मेलो (Melow) बनाए रखता है ।

(2) यह मिट्टी की जल-संधारण क्षमता में वृद्धि (Growth) करता है तथा मिट्टी में वायु की मात्रा बनाए रखता है । इसके करण ही मिट्टी चिपचिपी (Sticky) तथा अपरदन रोधी (Erosion Resist) होती है ।

(3) यह मिट्टी की रासायनिक गुणता (Chemical Properties) को भी प्रभावित (Influence) करता है । जैसे मिट्टी में, चट्टानों के खनिजों (Rock Minerals) की घुलनशीलता (Solubility) ऑक्सीजन-रिडक्शन (Oxidation-Reduction) तथा मिट्टी की बफर क्षमता (Buffer Capacity) को बनाए रखता है ।

ह्यूमस का महत्व (Importance of Humus):

ह्यूमस कई प्रकार से कृषि के लिए उपयोगी है । ह्यूमस निर्माण से मृदा पोली, भुर-भुरी हो जाती है जिससे मृदाकणों के महत्व अधिक वायु संचरण व जड़ों (Roots) में श्वसन (Respiration) सरलता से होता है । इससे मृदा (Soil) की जल अवशोषण (Absorption) क्षमता भी बढ़ जाती है ।

Home››Agriculture››Humus››