Here is a list of twenty eight Indian States with their geographical descriptions.

1. आन्ध प्रदेश (Andhra Pradesh):

क्षेत्रफल- 2,75,069 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 7,62,10,007 (2001)

राजधानी- हैदराबाद

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भाषायें- तेलुगू तथा उर्दू

आन्ध्र प्रदेश राज्य उत्तर में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ तथा ओड़ीशा; पश्चिम में कर्नाटक तथा महाराष्ट्र; दक्षिण में तमिलनाडु तथा पूर्व में बंगाल की खाड़ी से घिरा हुआ है |

जिले:

1. आदिलाबाद, 2. अनन्तपुर, 3. चित्तूर, 4. कुड़प्पा, 5. पूर्वी गोदावरी, 6. गुन्टूर, 7. हैदराबाद, 8. करीमनगर, 9. खम्माम, 10. कृष्णा, 11. कुर्नूल, 12. महबूबनगर, 13. मेडक, 14. नालगोंडा, 15. नैल्लौर, 16. निजामाबाद, 17. प्रकाशम (ओंगोले), 18. रंगा-रेड्डी, 19. श्रीकाकुल, 20. विशाखापट्‌टनम, 21. विजयनगरम, 22. वारंगल, 23. प. गोदावरी ।

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कृषि:

आन्ध्र प्रदेश की लगभग 62 प्रतिशत जनसंख्या प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से खेती पर निर्भर करती है । राज्य की मुख्य फसल चावल है । इसके अतिरिक्त मक्का , ज्वार-बाजरा, दलहन, तिलहन, कपास, तम्बाकू, गन्ना, चारा और सब्जियों की खेती की जाती है ।

राज्य का लगभग 23 प्रतिशत क्षेत्रफल वनों के अंतर्गत है । वनों से लकड़ी, टीक तथा वन पदार्थ प्राप्त किये जाते है । आन्ध्र प्रदेश के किसानों पर अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक ऋण है ।

खनिज पदार्थ:

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भारत में सबसे अधिक एसबेस्ट्स (Asbestos) के भंडार आन्ध्र प्रदेश में हैं । अन्य खनिजों में ताँबा, मैगनीज, अभ्रक, हीरे, बहुमूल्य पत्थर तथा चूने का पत्थर उल्लेखनीय हैं ।

सिंचाई परियोजनाएं:

आन्ध्र प्रदेश में बहुत-सी बहुउद्देशीय पन-बिजली परियोजनायें लगाई गई हैं, जिनमें नागार्जुन सागर, श्रीसेलम, अपर सिलेरू, लोवर सिलेरू तथा तुंगभद्रा मुख्य हैं ।

सिंचाई की मुख्य परियोजनाओं में वमसाधार, गोदावरी-डेल्टा परियोजना, पेन्नार नहर परियोजना, निजाम सागर आदि उल्लेखनीय हैं । ताप-बिजली घरों में रामगुण्डम, कोठा गुड्‌डम, विजयवाड़ा, मुड्‌डानूर तथा सिहाद्री भारी क्षमता के हैं ।

पर्यटन केन्द्र:

आन्ध्र प्रदेश के पर्यटन केन्द्रों में अराकू, घाटी, भद्राचलम, चार मीनार (हैदराबाद), गोलकुण्डा-दुर्ग, वारंगल का किला, नागार्जुनसागर, सालारजंग संग्रहालय हजार-रूपों का मंदिर तथा हैदराबाद मुख्य हैं ।

2. अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh):

क्षेत्रफल- 83,743 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 10,97,968 (2001)

राजधानी- ईटानगर

भाषायें- अका, मिजी, मोनपा, शेरदुकपेन

अरुणाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा 20 फरवरी 1978 में दिया गया था । इससे पहले इसको उत्तर-पूर्वी सीमांत आभिकरण ( नार्थ-ईस्ट फ्रन्टियर एजेंसी) (NEFA) के नाम से जाना जाता था । अरुणाचल प्रदेश उत्तर में तिब्बत (चीन) पूर्व में म्यांमार दक्षिण में असम एवं नागालैंड तथा पश्चिम में भूटान से घिरा हुआ है  ।

जिले:

1. चांगलांग, 2. दिबांग-घाटी, 3. पूर्वी कमांग, 4. पूर्वी-सियांग, 5. लोहित, 6. पापुमपरे, 7. निचला-सुबानसीरी, 8. तवांग, 9. तिराप, 10. ऊपरी-सियांग, 11. ऊपरी-सुबानसीरी, 12. पश्चिमी कमांग, 13. पश्चिमी सियांग ।

अरुणाचल प्रदेश की अधिकतर जनसंख्या कृषि पर आधारित है । पर्वतीय ढलानों पर जंगल जलाकर खेती की जाती है जिसको झूमिंग कहते हैं । यहाँ बागानी-खेती की फसलों को विशेष प्रोत्साहन दिया जा रहा है, जिनमे सेब, सन्तरे, अनन्नास, वृक्षारोपण तथा सब्जियों की कृषि मुख्य है ।

अरुणाचल प्रदेश के मुख्य खनिजों में कोयला, चूना-पत्थर तथा इमारती पत्थर मुख्य हैं । यहाँ के पर्यटक केन्द्रों में अलोंग, बर्मादला, नामधापा, ईटानगर, खोनसा, मालीनिथन, पासीघाट, परशुरामकुण्ड, तेजु तथा तवांग मुख्य हैं ।

3. असम (Assam):

क्षेत्रफल- 78,438 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 266,55,528 (2001)

राजधानी- दिसपुर

भाषायें- असमी तथा बंगाली

असम राज्य उत्तर में भूटान एवं अरुणाचल प्रदेश; पूर्व में नागालैंड, मणिपुर तथा अरुणाचल प्रदेश; दक्षिण में मिजोरम तथा पश्चिम में प. बंगाल एवं मेघालय से घिरा हुआ है  ।

जिले:

1. दक्षा, 2. बर्पे, 3. बोंगाइगाओं, 4. कछार, 5. चिरांग, 6. डारांग, 7. घेमाजी, 8. धुबरी, 9. डिब्रूगढ़, 10. गोलपाड़ा, 11. गोलाघाट, 12. हैलकण्डी, 13. जोरहट, 14. कामरूप-देहात, 15. कर्बीआगंलाँग, 16. करीमगंज, 17. कोकराझार, 18. लखीमपुर, 19.मोरीगाँव, 20. नौगाँव, 21 नलबारी, 22. उत्तरी कछार-हिल्स, 23. शिवसागर, 24. सोनितपुर, 25. तिनसुखिया, 26. कामरूप नगर, 27. ऊदलगुड़ी ।

कृषि:

असम एक कृषि प्रधान देश है । इसकी मुख्य फसलों में चावल, जूट, चाय, तिलहन, दलहन, मक्का, गन्ना, आलू तथा सब्जियाँ सम्मिलित हैं । इनके अतिरिक्त संतरे, अनन्नास, सुपारी, नारियल, आम, अमरूद, सीताफल, आदि फल सम्मिलित हैं ।

असम कृषि पर आधारित उद्योगों के लिये प्रसिद्ध हैं । मुख्य उद्योगों में पेट्रोलियम तथा रसायनिक वस्तुयें कृषि यन्त्र जूट के कारखाने, चाय की फैक्ट्री तथा टिम्बर आधारित उद्योग सम्मलित हैं । कुटीर उद्योगों में हथ-करघा, बाँस का सामान, पीतल के बर्तन तथा लकड़ी का सामान उल्लेखनीय हैं । असम में रेशम उद्योग भी विकसित है । यहाँ की टसर (Tassar) मूगा एवं एण्डी रेशम विश्व प्रसिद्ध है ।

पर्यटन केन्द्र हाफलांग (स्वास्थ्य केन्द्र), काजीरंगा अभ्यारण्य, मानस बाघ परियोजना, कामरूप, पोबी-तोरा, ओरांग, माजुली (विश्व का सबसे बड़ा नदी द्वीप), हाजो, सुवालकुची, इत्यादि मुख्य पयर्टन केन्द्र हैं ।

4. बिहार (Bihar):

क्षेत्रफल- 94,163 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 8,28,78,796 (2001)

राजधानी- पटना

भाषायें- हिन्दी, उर्दू

जिले:

बिहार राज्य उत्तर में नेपाल; पूर्व में पश्चिम बंगाल; दक्षिण में झारखण्ड तथा पश्चिम में उत्तर प्रदेश से घिरा हुआ है  ।

जिले:

1. अररिया, 2. अरवाल, 3. औरंगाबाद, 4. बाँका, 5. बेगूसराय, 6. भाबुआ, 7. भागलपुर, 8. भोजपुर, 9. बक्सर, 10. दरभंगा, 11. गया, 12. गोपालगंज, 13. जहाँनाबाद, 14. जमुई, 15. कटिहार, 16. खगड़िया, 17. किशनगंज, 18. कोशी, 19. लखीसराय, 20. माधेपुरा, 21. मधुबनी, 22. मुंगेर, 23. मुजफ्फरपुर, 24. नालन्दा, 25. नवादा, 26. पटना, 27. प. चम्पारण, 28. पूर्वी चम्पारण, 29. पूर्णिया, 30. रोहतास, 31. समस्तीपुर, 32. सारण, 33. शेखपुरा, 34. शिवहार, 35. सीतामढी, 36. सिवान, 37. सुपाल, 38. वैशाली ।

बिहार की मुख्य नदियों में गंगा, सोन, पुनपुन, फालगु, बडुआ, गंडक, बागमती, कोसी तथा गंडक सम्मलित हैं ।

कृषि:

बिहार की 70 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या कृषि पर आधारित है । मुख्य फसलों में चावल, गेहूँ, मक्का, तिलहन, दलहन, गन्ना, जूट, सब्जियाँ, इत्यादि सम्मलित हैं ।

उद्योग:

मुजफ्फरपुर में रेल के डिब्बे, बरौनी में तेल-शोध कारखाना, सिवान में सूती वस्त्र, भागलपुर में रेश्मी कपड़े, अन्य नगरों में चमड़े का सामान, औषधियां तथा कुटीर उद्योग हैं ।

पर्यटन केन्द्र:

बिहार के मुख्य पयर्टन केन्द्रों में नालन्दा, राजगीर, वैशाली, खापुरी (भगवान-महावीर का निर्वाण स्थल), गया, पटना, सासाराम (शेरशाह सूरी का मकबरा) तथा जहाँनाबाद उल्लेखनीय हैं ।

5. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh):

क्षेत्रफल- 1,36,034 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 2,07,95,956 (2001)

राजधानी- रायपुर

भाषा- हिन्दी

छत्तीसगढ़ राज्य नवम्बर 2000 में मध्य प्रदेश को विभाजित करके बनाया गया था । यह भारत का 26वाँ राज्य बनाया गया था । छत्तीसगढ़; उत्तर में उत्तर प्रदेश तथा मध्य प्रदेश; पूर्व में झारखण्ड तथा ओडीशा; दक्षिण में आन्ध्र प्रदेश; पश्चिम में मध्य प्रदेश तथा महाराष्ट्र से घिरा हुआ है । क्षेत्रफल में छत्तीसगढ़ देश का नवां सबसे बड़ा राज्य है ।

जिले:

1. बस्तर, 2. बीजापुर, 3. बिलासपुर, 4. दान्तेवाडा, 5. धमतरी, 6. दुर्ग, 7. जांजगीर-चांपा, 8. जशपुर, 9. कांकेर, 10. कवर्धा, 11. कोरबा, 12. कोरिया, 13. रायगढ़, 14. रायपुर, 15. राजनन्दगाँव, 16. महासमन्द, 17. नारायणपुर, 18. सरगुजा ।

कृषि:

छत्तीसगढ़ की 80 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या खेती-बाडी में लगी हुई है । इसका केवल 35 प्रतिशत क्षेत्रफल ही कृषि योग्य है । मुख्य फसलों में चावल, मक्का, गेहूँ, तिलहन, दलहन, मूंगफली, फल तथा सब्जियाँ सम्मलित हैं । इस राज्य के लगभग 17 लाख हैक्टेयर भूमि पर सिंचाई की सुविधा उपलब्ध है ।

छत्तीसगढ़ में बहुत-से खनिज पाये जाते हैं जिनमें से कोयला, लोहा, मैगनीज, बाक्साईट, टिन, सोना, चांदी, हीरे, संगमरमर, स्लेट तथा चूना-पत्थर मुख्य हैं ।

देश का लगभग 15 प्रतिशत लोहा-इस्पात छत्तीसगढ़ में तैयार किया जाता है । लौह-इस्पात उद्योग का सबसे बड़ा कारखाना भिलाई में स्थित है । लोहा के अतिरिक्त कृषि-यन्त्र, प्लास्टिक, सूती-वस्त्र उद्योग उल्लेखनीय हैं ।

छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजातियों की संस्कृति के लिये भी जाना जाता है । मुख्य पयर्टक स्थलों में कैलाश-गुफा, चित्रकूट-जलप्रपात, तीर्थ-जलप्रपात, पाली तथा केण्डाई जलप्रपात भी देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करते हैं । खनिज पदार्थ से युक्त छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जनजातियों का जीवन स्तर काफी नीचा है ।

6. गोवा (Goa):

क्षेत्रफल- 3,702 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 13,43,998 (2001)

राजधानी- पणजी,

भाषायें- कोंकणी, मराठी तथा गुजराती

गोवा के उत्तर में महाराष्ट्र तथा कर्नाटक, दक्षिण-पूर्व में कर्नाटक तथा पश्चिम में अरब सागर स्थित हैं ।

जिले:

उत्तरी गोवा (पणजी), दक्षिणी गोवा (मर्मगांव)  ।

कृषि:

गोवा की मुख्य फसल चावल है । इसके अतिरिक्त दलहन, रागी, तिलहन तथा सब्जियाँ मुख्य फसलें हैं । नकदी-फसलों में नारियल, सुपारी, काजू, गन्ना, केला तथा अनन्नास हैं ।

पन-बिजली तथा सिंचाई की परियोजनाओं में सिलालम तथा अनजुनेम हैं । इन परियोजनाओं से बिजली की आपूर्ति बढ़ रही है तथा सिंचाई का क्षेत्रफल बढ़ रहा है । गोवा में 7110 छोटे बड़े कारखानें हैं तथा 20 औद्योगिक क्षेत्र हैं । गोवा में लोहा, बाक्साइट तथा मैगनीज के भंडार हैं ।

पर्यटन केन्द्र:

गोवा के मुख्य पयर्टन केन्द्रों में अन्जुना, बागा, कोल्वा, कालगुट, हमर्ल, मिरामार, वगोतर, सी-बीच (Sea Beach) विश्व प्रसिद्ध हैं । माण्डवी जलप्रपात भी भारी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करते हैं । इनके अतिरिक्त गोवा के बोण्डला कोटिगाओ तथा डॉ सलीम-अली पक्षी विहार भी आर्कषण के केन्द्र हैं ।

गोवा में पुर्तगाली संस्कृति की झलक हर तरफ देखी जा सकती है । यहाँ साक्षरता दर तथा जीवन स्तर दोनों ऊँचे हैं । महिलाओं का सामाजिक स्तर ऊँचा है तथा शिशु मृत्यु दर केवल ग्यारह प्रति हजार है जो भारत के सभी राज्यों की तुलना में सबसे कम है । विकास पथ पर गोवा का मानव विकास सूचकांक काफी ऊँचा है । इन्हीं कारणों से गोवा के निवासियों की जीवन-शैली अधिक अनुशासित तथा जीवन मंगलमय है ।

7. गुजरात (Gujarat):

क्षेत्रफल- 1,96,024 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 5,05,96,992 (2001)

राजधानी- गांधी नगर

भाषायें- गुजराती तथा हिन्दी

गुजरात राज्य 1 मई, 1960 को महाराष्ट्र राज्य का विभाजन करके बनाया गया था । इसके उत्तर में पाकिस्तान एवं राजस्थान पूर्व में महाराष्ट्र तथा दक्षिण में अरब सागर फैला हुआ है  ।

जिले:

1. अहमदाबाद, 2. अमरेली, 3. आनन्द, 4. बनासकाँठा, 5. भरूच, 6. भावनगर, 7. दहोद, 8. डांग, 9. गाँधीनगर, 10. जामनगर, 11. जूनागढ़, 12. खेडा, 13. कच्छ, 14. महेसाना, 15. नर्मदा, 16. नवाश्री, 17. पंचमहल, 18. पाटन, 19. पोरबन्दर, 20. राजकोट, 21. साबरकाँठा, 22. सूरत, 23. सुरेन्द्रनगर, 24. तापी, 25. वडोदरा, 26. वाल्सद ।

कृषि:

गुजरात के उपजाऊ मैदानों में गेहूँ, चावल, मक्का, बाजरा, तिलहन, दलहन, कपास, मूँगफली, तम्बाकू, सौंफ, हल्दी तथा इसबगोल (Isabgol) की खेती की जाती है । सिंचित क्षेत्रों का उत्पादन सभी फसलों के राष्ट्रीय औसत से अधिक है ।

सरदार सरोवर तथा अन्य परियोजनाओं के पश्चात सिंचित क्षेत्र में काफी वृद्धि हुई है । 2007 के आकड़ों के अनुसार गुजरात के सिंचित प्रदेश का क्षेत्रफल 42.26 लाख हैक्टेयर है ।

उद्योग:

गुजरात राज्य में नाना प्रकार के कारखानें स्थापित हैं जिनमें 23300 (2008) पंजीकृत फैक्ट्रियाँ हैं । मुख्य उद्योगों में सूती वस्त्र तेल-शोध कारखाने, रसायन तथा औषधि उद्योग रसायनिक खाद, इन्जीनियरिंग का सामान, कृषि-यन्त्र तथा इलेक्ट्रॉनिक की वस्तुयें उल्लेखनीय हैं । काण्डा एक अन्तर्राष्ट्रीय बन्दरगाह है, जिसके द्वारा 530 लाख टन सामान का आयात-निर्यात किया जाता है ।

पर्यटन केन्द्र:

सांस्कृतिक पर्यटकों के लिये अम्बाजी, भद्रश्वर, द्वारका, गिरनार, पालिथाना, पावगढ़, शामलाजी, पोरबन्दर, सोमनाथ तथा तरंगा प्रसिद्ध हैं । अन्य स्थानों में पाटन, सिद्धपुर, दबोही, मोघरो, थैटाल, उमारत वादनगर, गाँधीनगर, अहमदाबाद, चोरवाड़ (सी-बीच), भावनगर, सूरत, वडोदरा, जामनगर आदि आकर्षण का केन्द्र हैं ।

8. हरियाणा (Haryana):

क्षेत्रफल- 44,212 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 21,082,989 (2001)

राजधानी- चण्डीगढ़

भाषा- हिन्दी

हरियाणा राज्य 1 नवम्बर, 1966 को पंजाब राज्य का विभाजन करके बनाया गया । इसके उत्तर में हिमाचल प्रदेश एवं पंजाब, पूर्व में उत्तर प्रदेश एवं दिल्ली तथा दक्षिण एवं पश्चिम में राजस्थान स्थित हैं ।

जिले:

1. अम्बाला, 2. भिवानी, 3. फरीदाबाद, 4. फतेहगढ़, 5. गुडगाँव, 6. हिसार, 7. झज्जर, 8. जिन्द, 9. कैथल, 10. करनाल, 11. कुरुक्षेत्र, 12. महेन्द्रगढ़, 13. मेवात, 14. पंचकुला, 15. पानीपत, 16. रेवाड़ी, 17. रोहतक, 18. सिरसा ।

कृषि:

हरियाणा एक कृषि प्रधान राज्य है । हरियाणा की 65 प्रतिशत जनसंख्या खेती पर निर्भर है । गेहूँ, चावल, मक्का, तिलहन, मूँगफली, दलहन, कपास, गन्ना, सब्जियाँ तथा फल मुख्य फसलें हैं ।

हरियाणा का अधिकतर कृषि क्षेत्र नहरों तथा नलकूपों द्वारा सिंचित है । हथिनीकुण्ड बैराज के निर्माण के पश्चात् बाढ़ को रोकने में सहायता मिली है । घग्गर नदी पर कई छोटे बाँधों पर निर्माण कार्य चल रहा है, जिनमें कौशल्या बाँध, डंगराना बाँध दीवानवाला बाँध तथा चमला बाँध उल्लेखनीय हैं ।

उद्योग:

हरियाणा का औद्योगिक आधार काफी मजबूत है । हरियाणा में 1350 बड़े तथा 80 हजार छोटे कारखाने स्थित हैं । भारत में सबसे अधिक कारों का उत्पादन हरियाणा में होता है । कारों के अतिरिक्त मोटर-साईकिल, टैक्ट्रर, फ्रिज तथा वैज्ञानिक उपकरण तैयार किये जाते हैं ।

पानीपत के हथकरघा वस्त्र, पचरंगा-अचार, विश्वभर में प्रसिद्ध हैं । मुख्य औद्योगिक केन्द्रों में बरवाला, फरीदाबाद, गुडगाँव, जगाधरी, करनाल, पलवल, पानीपत, रोहतक, यमुनानगर मुख्य हैं ।

पर्यटन केन्द्र:

हरियाणा में 44 पयर्टक स्थल (Tourist Complex) बनाये गये हैं, जिनमें ब्ल्यू-जय (समालखा), स्काईलार्क (पानीपत), चकवर्ती झील (उचाना), प्राकीत (पिपली), किंगफिशर (अम्बाला), मागपी (फरीदाबाद), दर्बाचिक (होडल), शमा (गुडगाँव), जगंली-बरबर (धारूहेडा), गौरैया (बहादुरगढ़), मैना (रोहतक), ब्ल्यू. बर्ड (हिसार) रेडबिशप (पंचकुला) तथा पिंजौर-गार्डन उल्लेखनीय हैं ।

9. हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh):

क्षेत्रफल- 55,673 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 60,77,248 (2001)

राजधानी- शिमला

भाषायें- हिन्दी, पहाड़ी

हिमाचल प्रदेश के उत्तर में जम्मू-कश्मीर, पूर्व में तिब्बत (चीन) एवं उत्तराखण्ड, दक्षिण में पंजाब तथा हरियाणा सम्मिलित हैं  ।

जिले:

1. बिलासपुर, 2. चम्बा, 3. हमीरपुर, 4. कांगडा, 5. किन्नौर, 6. कुल, 7. लाहौल-स्पीती, 8. मण्डी, 9. शिमला, 10. सिरमौर, 11. सोलन, 12. ऊना ।

कृषि:

हिमाचल प्रदेश की 70 प्रतिशत जनसंख्या कृषि पर आधारित है । राज्य का केवल दस प्रतिशत क्षेत्रफल ही कृषि योग्य है । हिमाचल प्रदेश की कुल आय का 22 प्रतिशत खेती से प्राप्त होता है । हिमाचल प्रदेश के बागीचों में सेब, आम, अमरूद, लीची आदि सम्मलित हैं । फलों के बागीचों की ओर सरकार का विशेष ध्यान है । मुख्य खनिजों में जिप्सम, चूना-पत्थर, स्लेट, सेंधा नमक, बहुमूला पत्थर तथा इमारती पत्थर प्रसिद्ध हैं ।

उद्योग:

हिमाचल प्रदेश सरकार ने 2004 में नई औद्योगिक नीति की घोषणा की थी । इस नीति के अंतर्गत उद्योग लगाने वालों को विशेष सुविधायें प्रदान की गई थी ।

पर्यटन केन्द्र:

हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों के लिये बहुत-से स्थल तथा प्राकृतिक सौदंर्य स्थल पाये जाते हैं, जिनमें शिमला, कुफरी, नारकण्डा, भाखड़ा बांध, चण्डविक जलप्रपात, डलहौजी, कल्पा, कांगड़ा, कसौली, खज्जियार, मनाली, पार्वती-घाटी, फागु, समर-हिल, तारा-देवी, ऊना प्रसिद्ध हैं ।

हिमाचल प्रदेश में बहुत से ऋषि-मुनि पैदा हुये जिनमें ऋषि व्यास, परासर, वशिष्ट, मार्कणदेव इत्यादि सर्व परिचित हैं । बौध धर्म के धर्म गुरु दलाई-लामा भी हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में रहते हैं । इस राज्य की प्राकृतिक सुन्दरता को देखने के लिये हजारों पर्यटक यहाँ साल भर आते रहते हैं ।

10. जम्मू और कश्मीर (Jammu & Kashmir):

क्षेत्रफल- 2,22,236 वर्ग किलोमीटर (इसमें 78,114 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल पाकिस्तान के कब्जे में 5180 वर्ग किलोमीटर चीन के अधिकार में हैं ।)

जनसंख्या- 1,00,69,917 (इसमें वह जनसंख्या सम्मिलित नहीं जो पाकिस्तान तथा चीन अधिकृत भाग में हैं ।)

राजधानी- श्रीनगर (ग्रीष्म), जम्मू (शीत ऋतु) |

भाषायें- उर्दू, कश्मीरी, लद्दाखी, दर्री, पंजाबी, बालती, पहाड़ी तथा डोगरी ।

जम्मू कश्मीर के उत्तर में अफगानिस्तान, तथा चीन पूर्व में तिब्बत, हिमाचल प्रदेश तथा पंजाब दक्षिण में फैले हुये हैं ।

जिले:

1. अनन्तनाग, 2. बडगाम, 3. बारामूला, 4. डोडा (जम्मू), 5. जम्मू, 6. करगिल (लद्दाख), 7. कठुआ, 8. कुपवाड़ा, 9. लेह (लद्दाख), 10. पुलवामा, 11. पुँछ (जम्मू), 12. राजौरी, 13. श्रीनगर, 14. ऊधमपुर, ।

जम्मू-कश्मीर की मुख्य नदियों में सिंधु, शियोक, नूबरा, सुरू, झेलम, चिनाब तथा तवी मुख्य हैं । चिनाब नदी पर दुलहस्ती, बगलिहार तथा सलाल मुख्य पन-बिजली परियोजनाएं हैं । डल, वूलर, पांगोग तथा मोरारी यहां की बड़ी झीलें हैं ।

कृषि:

जम्मू-कश्मीर की 80 प्रतिशत जनसंख्या कृषि पर निर्भर है । चीड़, देवदार, सफेदा, स्प्रूस, विलो (Willow) इत्यादि मुख्य लकड़ियाँ वनों से प्राप्त की जाती हैं ।

उद्योग:

कश्मीर के शॉल, कालीन, नमदे, पेपर-माशी, अखरोट की लकड़ी एवं सामान, क्रिकेट के बल्ले आदि मुख्य औद्योगिक उत्पादन हैं ।

पर्यटन केन्द्र:

कश्मीर-घाटी अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिये विश्व प्रसिद्ध है । पर्यटन स्थलों में सोनमर्ग, गुलमर्ग, पहलगाम, यूसमर्ग, वेरीनाग, अच्छाबल, अमरनाथ, वैष्णो देवी विश्व-प्रसिद्ध हैं । हजारों पर्यटक प्राकृतिक सौंदर्य देखने के लिये कश्मीर, लद्दाख तथा जम्मू के विभिन्न भागों में आते हैं । पर्वत में यात्रा करने के लिये भी राज्य में पर्याप्त सुविधायें उपलब्ध हैं ।

11. झारखण्ड (Jharkhand):

क्षेत्रफल- 79,714 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 2,69,09,428 (2001)

राजधानी- राँची

भाषायें- हिन्दी तथा संथाली

झारखण्ड राज्य 15 नवम्बर, 2000 को बिहार राज्य के विभाजन के फलस्वरूप स्थापित किया गया था । झारखण्ड के उत्तर में बिहार, पूर्व में पश्चिम बंगाल दक्षिण में ओडीशा तथा पश्चिम में छत्तीसगढ़ स्थित हैं  ।

जिले:

1. बोकारो, 2. छतरा, 3. देवगढ़, 4. धनबाद, 5. दुमका, 6. गढ़वा, 7. गिरिडीह, 8. गोड्‌डा, 9. गुमला, 10. हजारीबाग, 11. जमतारा, 12. खूँटी, 13. कोडरमा, 14. लतेहार, 15. लोहारडागा, 16. पाकुर, 17. प. सिंहभूम, 18. पलामू, 19. पूर्वी सिंहभूम, 20. रामगढ़, 21. राँची, 22. साहिबगंज, 23. सरायकेला, 24. सिमडेगा ।

कृषि:

झारखण्ड की अधिकतर जनसंख्या खेती-बाड़ी पर निर्भर है । इस राज्य में केवल 38 लाख हैक्टेयर भूमि कृषि योग्य है ।

खनिज:

खनिज पदार्थों में झारखण्ड एक धनी राज्य है । इसमें, कोयले, लोहे, मैगनीज, अभ्रक, चूना-पत्थर, स्लेट, ताँबे के पर्याप्त भंडार हैं ।

उद्योग:

लौह-इस्पात, झारखण्ड का मुख्य उद्योग है । जमशेदपुर, बोकारो लौह-इस्पात के लिये प्रसिद्ध हैं । इनके अतिरिक्त रसायनिक खाद, लोकोमोटिव, इन्जीनियरिंग का सामान तैयार किया जाता है ।

पर्यटन केन्द्र:

झारखण्ड में बहुत-से स्थान पर्यटकों के लिये आकर्षण का केन्द्र बने हुये हैं । झारखण्ड के लोह जल-प्रपात, दाल्म राष्ट्रीय उद्यान, बेतला राष्ट्रीय उद्यान, तिलैया बांध पर्यटकों के लिये विशेष आकर्षण के केन्द्र हैं ।

12. कर्नाटक (Karnataka):

क्षेत्रफल- 1,91,791 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 52,733,958 (2001)

राजधानी- बंगलुरु (पूर्व-बंगलौर)

भाषा- कन्नड़

कर्नाटक के उत्तर में महाराष्ट्र पूर्व में आन्ध्र प्रदेश, दक्षिण में तमिलनाडु एवं केरल तथा पश्चिम में अरब सागर फैला हुआ है  ।

जिले:

1. बगलकोट, 2. बंगलुरु (पूर्व बंगलौर), 3. बंगलुरु-देहात, 4. बेलगाम, 5. बिलैरी, 6. बीदर, 7. बीजापुर, 8. कामराजनगर, 9. चिकमंगलूर, 10. चिक-बालापुर, 11. चित्रदुर्ग, 12. दक्षिण कन्नड, 13. देवनगरी, 14. धारवाड़, 15. गडुल, 16. गुलबर्ग, 17. हासन, 18. हवेरी, 19. कोडागु, 20. कोलार, 21. कोप्पल, 22. माण्ड्या, 23. मैसूर, 24. रामानगरम, 25. रायचूर, 26. शिमोगा, 27. तुमकुर, 28. ऊडुपी, 29. उत्तर कन्नड, 30. यादगीर (30 दिसम्बर, 2009 कों गुलबर्ग जिले के विभाजन स्वरूप गठित) |

कृषि:

कर्नाटक की लगभग 56 प्रतिशत जनसंख्या खेती-बाड़ी पर निर्भर है । यहाँ की मुख्य फसलों में चावल, मक्का, तिलहन, दलहन, गन्ना, कपास तथा मूँगफली सम्मिलित हैं । भारत में सबसे अधिक काफी का उत्पादन कर्नाटक राज्य में होता है । कर्नाटक में दुग्ध उद्योग भी तेजी से विकसित हो रहा है ।

उद्योग:

कर्नाटक भारत में आई.टी. उद्योग में सबसे आगे है । बंगलुरु एवं मैसूर भारत में तेजी से आई.टी. उद्योग में प्रगति कर रहे हैं । बंगलुरु में वायुयान, इन्जीनियरिंग का सामान तैयार किया जाता है ।

पर्यटन केन्द्र:

दक्षिण भारत का कर्नाटक राज्य पर्यटकों के लिये भारी आर्कषण का केन्द्र रहा है । इसके सुन्दर नगरों, राष्ट्र-उद्यानों एवं जलप्रपातों को देखने के लिये बहुत-से पर्यटक साल भर कर्नाटक आते रहते हैं ।

13. केरल (Kerala):

क्षेत्रफल- 38,863 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 3,18,38,619 (2001)

राजधानी- तिरुवनन्तपुरम

भाषा- मलयालम

केरल राज्य के उत्तर में कर्नाटक, पूर्व में तमिलनाडु तथा पश्चिम में अरब सागर स्थित है  ।

जिले:

1. अलाप्पुजा, 2. एर्णाकुलम, 3. इडुक्की, 4. कन्नौर, 5. कसरागोड, 6. कोट्‌टयम, 7. कोल्लम, 8. कोझीकोड, 9. मालापुरम, 10. पालक्कड़, 11. पठानामिथिट्‌टा, 12. तिरुवनन्तपुरम, 13. त्रिचूर, 14. वयानाड़ ।

कृषि:

केरल की लगभग 50 प्रतिशत जनसंख्या खेती-बाड़ी पर निर्भर है । केरल के मुख्य कृषि उत्पादनों में नारियल, रबड़, काली मिर्च, लौंग, इलायची, कोको, अदरक, सुपारी, चाय, कॉफी, जायफल, जावित्री आदि सम्मलित हैं । अनाज की फसलों में चावल, मक्का सम्मलित हैं । नकदी फसलों में सबसे महत्वपूर्ण नारियल है, जिसके बागीचे नौ लाख हैक्टेयर भूमि पर फैले हुये हैं ।

काली मिर्च, लौंग और इलायची के निर्यात से बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा अर्जित की जाती है । भारत के रबड़ के कुल क्षेत्रफल का 83 प्रतिशत भाग केरल में हैं । केरल की सिंचाई योजनाओं में मवाथापुजा, इडामालायार, काराफुजा, कुरियाकुट्‌टी कराप्पारा तथा मालनकारा सम्मिलित हैं ।

उद्योग:

केरल के मुख्य उद्योगों में हैंडलूम, नारियल की वस्तुयें, हस्तकला वस्तुयें तथा काजू साफ़ करने के उद्योग सम्मिलित हैं । अन्य उद्योगों में चाय कॉफी, रबड को साफ करके डिब्बों में बन्द करना बिजली का सामान, टेलीफोन, ट्रांसफॉर्मर, औषधियाँ टाईल्स (Tiles), रसायनिक पदार्थ सिगार बीड़ी साबुन इत्यादि मुख्य हैं ।

पर्यटन केन्द्र:

केरल सागरीय तट (Sea-Beaches) पर्यटकों के लिये भारी आकर्षण का केन्द्र हैं । तिरुवनन्तपुरम के निकट कोवलम बीच विश्व के प्रसिद्ध है । वेम्बनाड तथा अस्थामुदी झीलों में नौका प्रतियोगिताओं को देखने के लिये भी बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं ।

केरल के जलप्रपात हिल-स्टेशन राष्ट्रीय उद्यान भी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं । भारत के राज्यों में केरल की साक्षरता तथा लिंग-अनुपात सबसे अधिक है । मानव विकास में केरल का स्थान सबसे ऊपर है । चौमुखी विकास भी केरल राज्य में सबसे अधिक हुआ है ।

14. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh):

क्षेत्रफल- 3,08,000 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 6,03,85,118 (2001)

राजधानी- भोपाल

भाषा- हिन्दी

मध्य प्रदेश के उत्तर में उत्तर प्रदेश पूर्व में छत्तीसगढ़ दक्षिण में महाराष्ट्र तथा पश्चिम में गुजरात एवं राजस्थान स्थित हैं  ।

जिले:

1. अशोकनगर, 2. अनूपनगर, 3. बर्वानी, 4. बालाघाट, 5. बैतूल, 6. भिंड, 7. भोपाल, 8. बुरहानपुर, 9. छतरपुर, 10. छिन्दवाड़ा, 11. दामोह, 12. दतिया, 13. देवास, 14. धार, 15. डिण्डोरी, 16. पूर्वी-निमाड़, 17. गुना, 18. ग्वालियर, 19. हरदा,20.होशिंगाबाद, 21. इन्दौर, 22. जबलपुर, 23. झाबुआ, 24. कटनी, 25. माण्डला, 26. मंदसौर, 27. मुरैना, 28. नरसिंहपुर, 29. नीचम, 30. पन्ना, 31. रायसीन, 32. राजगढ, 33. रतलाम, 34. रीवा, 35. सागर, 36. सतना, 37. सिहोर, 38. सिवनी, 39. शहडोल, 40. शाजापुर, 41. शिवपुर, 42. शिवपुरी, 43. सीधी, 44. टीकमगढ़, 45. उज्जैन, 46. उमरिया, 47. विदिशा, 48 पश्चिमी-निमाड़ ।

कृषि:

मध्य प्रदेश की 75 प्रतिशत जनसंख्या प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से कृषि पर निर्भर है । गेहूँ, चावल, चना, दलहन, तिलहन कपास, मक्का, चारा तथा सब्जियाँ मुख्य फसलें हैं । राज्य में फलों के बागीचों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ।

उद्योग:

मध्य प्रदेश में बहुत से खनिज पाये जाते हैं । मुख्य खनिजों में कोयला, डोलोमाइट, बाक्साइट, ताँबा, हीरे, बहुमूल्य पत्थर, इमारती पत्थर उल्लेखनीय हैं । राज्य में सूती, रेशमी, ऊनी, वस्त्र, इलेक्ट्रानिक्स, वाहन, बिजली का सामान आदि तैयार किए जाते हैं ।

भारत हैवी इलेक्ट्रीकल्स (भोपाल) में भारी मशीनें बनाई जाती हैं । देवास में नोट-छापने के कागज का कारखाना है । मध्य प्रदेश कुटीर उद्योग एवं हस्तकला के लिये भी प्रसिद्ध है ।

पर्यटन स्थल:

अमरकंटक, बांधवगढ़, भीमबेटका, भोपाल, इन्दौर, उज्जैन, साँची तथा पचमढ़ी आकर्षण के मुख्य केन्द्र हैं । जबलपुर के निकट धुँधाधार जलप्रपात (Dhunwadhar) को देखने के लिये भी बहुत-से पर्यटक साल भर आते हैं ।

15. महाराष्ट्र (Maharashtra):

क्षेत्रफल- 3,07,713 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 9,67,52,247 (2001)

राजधानी- मुम्बई

भाषा- मराठी, हिन्दी, कोंकणी

महाराष्ट्र राज्य के उत्तर में गुजरात एवं छत्तीसगढ़, आन्ध्र प्रदेश पूर्व में तथा दक्षिण में कर्नाटक एवं गोवा स्थित हैं, जबकि पश्चिम की सीमा अरब सागर बनाता है ।

जिले:

1. अहमदनगर, 2. अकोला, 3. अमरावती, 4. औरंगाबाद, 5. भण्डारा, 6. बीड, 7. बुलदाना, 8. चन्द्रापुर, 9. धुले, 10. गढ़चिरौली, 11. गोणडिमा, 12. हिंगोली, 13. जलगाँव, 14. जालना, 15. कोल्हापुर, 16. लातूर, 17. मुम्बई-सिटी, 18. मुम्बई-उपनगर, 19. नागपुर, 20. नानडिड, 21. नासिक, 22. नन्दुबार, 23. उस्मानाबाद, 24. परभनी, 25. पुणे, 26. रायगढ़, 27. रत्नगिरि, 28. सांगली, 29. सतारा, 30. सिंधुदुर्ग, 31. शोलापुर, 32. ठाणे, 33. वर्घा, 34. वाशिम, 35. यावतमाल ।

कृषि:

महाराष्ट्र की 65 प्रतिशत जनसंख्या खेती पर आधारित है । चावल, मक्का, कपास, ज्वार, दलहन, तिलहन तथा गन्ना मुख्य फसलें हैं । फलों के बागीचों में संतरे, आम, अमरूद, सपोटा, पपीता, अंगूर आदि मुख्य हैं ।

उद्योग:

मुम्बई को भारत की वित्तीय राजधानी भी कहा जाता है । सबसे अधिक जनसंख्या वाले भारत के इस नगर में नाना प्रकार के उद्योग स्थापित हैं । मुख्य उद्योगों में सूती-वस्त्र, वाहन, बिजली का सामान, मशीनें, रसायनिक पदार्थ, दवाइयाँ, कागज, छपाई, फिल्म सम्मिलित हैं ।

बॉम्बे-क्रीक (Bombay Creek) पर स्थित इस महानगर में मुम्बई एवं जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह (न्याहशेवा) बड़े बन्दरगाह हैं । भारत का सबसे अधिक आयात-निर्यात मुम्बई बन्दरगाह से ही होता है ।

पर्यटन स्थल:

अजंता, एलैरा, एलिफैंटा, खण्डाला, लवासा, महाबलेश्वर, नासिक तथा पंचगनी मुख्य पर्यटन स्थल हैं । इनके अतिरिक्त जैजूरी, नांदेड तथा कोल्हापुर धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्थल हैं ।

16. मणिपुर (Manipur):

क्षेत्रफल- 22,327 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 2,388,634 (2001)

राजधानी- इम्भाल

भाषा- मणिपुरी

मणिपुर को 21 जनवरी, 1972 को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला था । इसके उत्तर में नागालैंड, पूर्व में म्यांमार, दक्षिण में मिजोरम तथा पश्चिम में असम स्थित है  ।

जिले:

1. बिशनपुर, 2. चण्डेल, 3. चुराचान्दपुर, 4. पूर्वी इम्भाल, 5. प. इम्भाल, 6. सेनापति, 7. तमेंगलोग, 8. थोबल, 9. उखरूल ।

कृषि:

मणिपुर की 70 प्रतिशत जनसंख्या प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से खेती पर निर्भर करती है । मुख्य फसलों में चावल, मक्का, दलहन तथा तिलहन मुख्य फसलें हैं । राज्य का प्रति हैक्टेयर उत्पादन ऊँचा है परन्तु बढ़ती जनसंख्या का कृषि भूमि पर भारी प्रभाव है ।

कृषि के विकास के लिये:

1. उत्तम बीज,

2. सिंचाई पर बल,

3. मशीनीकरण, गोबर तथा हरी खाद का उपयोग,

4. कृषि उत्पादन को उचित मूल्य पर बेचने का प्रबंध,

5. कृषि के बारे में शोध कार्य, तथा;

7. किसानों को कृषि के प्रति जागरूक करना जरूरी है ।

मणिपुर में सिंचाई तथा पन-बिजली उत्पन्न करने के लिये लोकटक, कोपिली, खनाडोंग, थोबल, सिनोडा मुख्य परियोजनायें हैं ।

पर्यटन स्थल:

लोकटक झील, केबुल लामजो राष्ट्रीय उद्यान तथा सिराय मुख्य पयर्टन केन्द्र हैं जहां हजारों पर्यटक साल भर आते हैं ।

17. मेघालय (Meghalaya):

क्षेत्रफल- 22,429 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 2,306,069 (2001)

राजधानी- शिलांग

भाषा- खासी एवं गारो

उत्तर तथा पूर्व में असम दक्षिण तथा पश्चिम में बंग्लादेश से घिरा हुआ है ।

जिले:

1. पूर्वी गारो हिल, 2. पूर्वी खासी हिल, 3. जयंन्तिया हिल, 4. राय-भोई (नांगपो), 5. दक्षिण गारो हिल, 6. पश्चिम गारो हिल तथा 7. पश्चिमी खासी हिल ।

कृषि:

मेघालय एक कृषि प्रधान राज्य है, जिसकी लगभग 80 प्रतिशत जनसंख्या खेती पर आधारित है । चावल, मक्का, दलहन, तिलहन, जूट, अनन्नास, आदि मुख्य फसलें हैं । पर्वतीय ढलानों पर जंगलों को काट कर खेती की जाती है, जो झूमिंग कहलाती है ।

पर्यटन स्थल:

पर्यटक स्थलों में चेरापूंजी, मासिनराम, बडापानी गुफायें तथा एलिफैंटा जलप्रपात मुख्य हैं । नोकरेक राष्ट्रीय उद्यान भी पर्यटकों के लिये आकर्षण केन्द्र है । शिलांग से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर एक छोटा हवाई अड्‌डा है ।

18. मिजोरम (Mizoram):

क्षेत्रफल- 21,081 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 8,91,058 (2001)

राजधानी- आइजोल

भाषायें- मिजो तथा अंग्रेजी

मिजोरम को राज्य का दर्जा फरवरी 1987 में मिला था । इस प्रकार 1987 में मिजोरम देश का 23वां राज्य बन गया था  ।

जिले:

1. आइजोल, 2. चम्पाई, 3. छिमटुईपुई, 4. कोलासब, 5. लाँगटली, 6. लुँगले, 7. मामित, 8. सर्चिप ।

कृषि:

मिजोरम की 80 प्रतिशत जनसंख्या खेती-बाड़ी पर निर्भर है । पर्वतीय ढलानों पर जंगल काटकर और उनको जलाकर खेती की जाती है । यहाँ की मुख्य फसलों में चावल, मक्का, दलहन, तिलहन, आलू, सब्जियाँ, अनन्नास तथा अदरक आदि उल्लेखनीय हैं ।

उद्योग:

औद्योगिक दृष्टि से मिजोरम एक कम विकसित राज्य है । औद्योगिक नीति, 2000 के अनुसार मिजोरम में सूचना-प्रौद्योगिकी इलेक्ट्रॉनिक तथा कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा दिया गया है ।

मिजोरम में पन-बिजली में कोलोडेन (Kolodyne), तुरियल, धुईपंगलुई तथा कौ-तलाबन्ग परियोजनायें मुख्य हैं । पयर्टन स्थानों में आइजोल, कोलासिब, सर्चिप, चम्पाई, लुंगले तथा वन्टांग जलप्रपात उल्लेखनीय हैं ।

19. नागालैंड (Nagaland):

क्षेत्रफल- 16,579 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 19,88,636 (2001)

राजधानी- कोहिमा

भाषायें- अंगामी, आव, छंग, कोनयाक, लोठा तथा नगामी

नागालैंड 16 वें राज्य के रूप में 1 दिसम्बर, 1963 को स्थापित किया गया था । इसके उत्तर तथा पश्चिम में असम, पूर्व में म्यांमार तथा दक्षिण में मणिपुर स्थित हैं ।

जिले:

1. दीमापुर, 2. मोकोकचुँग, 3. फेक, 4. वोखा, 5. कोहिमा, 6. मोन, 7. तुएनसांग, 8. जुनहेबोटो ।

कृषि:

नागालैंड की 70 प्रतिशत जनसंख्या कृषि पर आधारित है । पर्वतीय ढलानों पर जंगलों को जलाकर झूमिंग प्रकार की खेती की जाती है ।

उद्योग:

नागालैंड में औद्योगिक विकास अपनी शिशु अवस्था में है । हैंडलूम, कुटीर उद्योग तथा कृषि पर आधारित उद्योग ही नागालैंड में विकसित हो रहे हैं । दीमापुर के निकट गणेशनगर एक औद्योगिक केन्द्र के रूप में विकसित हो रहा है ।

20. ओड़िशा (Odisha):

क्षेत्रफल- 1,55,707 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 36,706,920 (2001)

राजधानी- भुवनेश्वर

भाषा- उड़िया

प्राचीनकाल में ओडिशा को कलिंग के नाम से जाना जाता था । ओडिशा राज्य के उत्तर में झारखण्ड, दक्षिण में आन्ध्र प्रदेश तथा पश्चिम में छत्तीसगढ़ स्थित है; जबकि इसके दक्षिण पूर्व में बंगाल की खाड़ी फैली हुई हैं  ।

जिले:

1. अंगुल, 2. बालासोर, 3. बारगढ़, 4. भद्रक, 5. बोलनगीर, 6. बौद्ध, 7. कटक, 8. देवगढ़, 9. धनकनेल, 10. गजपति, 11. गंजाम, 12. जगतसिंहपुर, 13. जाजपुर, 14. झरसुगुडा, 15. कालाहांडी, 16. कंधमाल, 17. केन्द्रपाड़ा, 18. केन्दुझाड, 19. खुदी, 20. कोरापुट, 21. मल्कानगिरि, 22. मयूरभंज, 23. नवापाड़ा, 24. नवारंगपुर, 25. न्यागढ़, 26. पुरी, 27. रायगाड़ा, 28. सम्भलपुर, 29. सोनपुर, 30. सुन्दरगढ़ ।

कृषि:

ओडिशा की 65 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या कृषि पर निर्भर है । यहां मुख्य रूप से चावल, मक्का, तिलहन, दलहन, गन्ना और सब्जियों की खेती की जाती है ।

ओड़िशा में लोहे, कोयले, बाक्साइट टिन, मैगनीज, स्लेट, चूना-पत्थर के भंडार हैं । राउरकेला, कनिंगा, डियातरी में लोहा एवं इस्पात के आधुनिक कारखाने हैं । कोरापुट में एल्युमिनियम का कारखाना हैं । ओड़िशा में परादीप, गोपालपुर तथा धर्मा महत्वपूर्ण बन्दरगाह हैं ।

21. पंजाब (Punjab):

क्षेत्रफल- 50,362 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 2,42,89,296 (2001)

राजधानी- चण्डीगढ़

भाषायें- पंजाबी तथा हिन्दी

पंजाब राज्य के उत्तर में जम्मू-कश्मीर तथा हिमाचल प्रदेश, पूर्व में हिमाचल प्रदेश एवं हरियाणा, दक्षिण में हरियाणा एवं राजस्थान तथा पश्चिम में पाकिस्तान से घिरा हुआ है  ।

जिले:

1. अमृतसर, 2. बनीला, 3. भटिंडा, 4. फरीदकोट, 5. फिरोजपुर, 6. फतेहगढ़, 7. गुरुदासपुर, 8. होशियारपुर, 9. जालन्धर, 10. कपूरथला, 11. लुधियाना, 12. मनसा, 13. मोगा, 14. मुक्तसर, 15. पटियाला, 16. रूपनगर, 17. संगरूर, 18. तरणतारण, 19. साहिबजादा अजीत सिंह नगर (मोहाली), 20. शहीद भगत सिंह नगर (नवाशहर) |

कृषि:

पंजाब एक कृषि प्रधान देश है । इसके 84 प्रतिशत क्षेत्रफल पर खेती की जा रही है । कृषि की सघनता 189 प्रतिशत है अर्थात् प्रत्येक खेत से लगभग दो फसलें उगाई जाती हैं । यद्यपि पंजाब राज्य का क्षेत्रफल देश के क्षेत्रफल का केवल 1.5 प्रतिशत है फिर भी देश का 20 प्रतिशत गेहूँ, 11 प्रतिशत चावल तथा 13 प्रतिशत कपास का उत्पादन पंजाब में होता है । इसी कारण पंजाब को ”खाद्यान्न का टोकरा” (Food Baskets) कहा जाता है ।

भाखड़ा-नांगल बांध, पोंग बांध, हरिके-बैराज और रंजीत सागर बाँध पंजाब की बहुउद्देशीय परियोजनायें हैं ।

उद्योग:

पंजाब में विभिन्न प्रकार के कृषि आधारित उद्योग हैं । इनके अतिरिक्त मशीनें, कलपुर्जे, रेल के डिब्बे, रासायनिक पदार्थ, सूती व ऊनी वस्त्र तथा हथकरघा मुख्य उद्योग हैं ।

पर्यटन स्थल:

पंजाब में अमृतसर का स्वर्ण मंदिर, जालियांवाला बाग, आनन्दपुर साहिब, रॉक गार्डन तथा भाखड़ा-नांगल बांध मुख्य पर्यटक स्थल हैं ।

22. राजस्थान (Rajasthan):

क्षेत्रफल- 3,42,239 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 5,64,73,122 (2001)

राजधानी- जयपुर

भाषायें- हिन्दी तथा राजस्थानी ।

राजस्थान के उत्तर पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर-पूर्व में हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश, पूर्व में मध्य प्रदेश तथा दक्षिण में गुजरात एवं मध्य प्रदेश फैले हुये हैं ।

जिले:

1. अजमेर, 2. अलवर, 3. बाँसवाडा, 4. बारान, 5. बारमेड, 6. भरतपुर, 7. भीलवाड़ा, 8. बीकानेर, 9. बून्दी, 10. चित्तौड़गढ़, 11. चुरू, 12. दौसा, 13. धौलपुर, 14. डुंगरपुर, 15. गंगानगर, 16. हनुमानगढ़, 17. जयपुर, 18. जैसलमेर, 19. जालोर, 20. झालावाड़, 21. झुंझनु, 22. जोधपुर, 23. करौली, 24. कोटा, 25. नागौर, 26. पाली, 27. प्रतापगढ़, 28. राजसमंद, 29. सवाई माधोपुर, 30. सीकर, 31. सिरोही, 32. टोंक, 33. उदयपुर ।

कृषि:

राजस्थान की मुख्य फसलों में ज्वार, बाजरा मक्का, चावल, दलहन, तिलहन, गेहूँ, जी, सरसों, कपास, सब्जियाँ, लाल-मिर्च, मेथी, तम्बाकू तथा फल (आम, कीनू, माल्टा) आदि हैं ।

भारत एवं विश्व का भूगोल राजस्थान में कई सिंचाई परियोजनायें हैं जिनमें कोटा बैराज, राणा प्रताप सागर, गांधी नगर, चम्बल परियोजना तथा इन्दिरा गाँधी नहर के नाम उल्लेखनीय है ।

खनिज:

राजस्थान में ताँबे, जस्ता, सीसा, चान्दी, अभ्रक, संगमरमर, बहुमूल्य पत्थर, ग्रेनाईट, एस्बेस्टस, तथा इमारती पत्थर भारी मात्रा में पाये जाते हैं ।

उद्योग:

राजस्थान के मुख्य उद्योगों में सूती वस्त्र, सीमेंट, रसायनिक पदार्थ, डालडा मशीनें, रेल के डिब्बे, संगमरमर का सामान, वैज्ञानिक यन्त्र आदि सम्मलित हैं ।

पर्यटन स्थल:

जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, अलवर, भरतपुर, माऊंट-आबू, बीकानेर, चितौड़गढ़, धौलपुर, ड़ुंगरपुर, जैसलमेर आदि यहां के मुख्य पर्यटन स्थल हैं ।

23. सिक्किम (Sikkim):

क्षेत्रफल- 7,096 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 5,40,493 (2001)

राजधानी- गंगटोक

भाषायें- लेपचा, भूटिया तथा नेपाली

सिक्किम एक छोटा राज्य है । सिक्किम के उत्तर में तिब्बत (चीन), पूर्व में तिब्बत तथा भूटान, दक्षिण में प. बंगाल तथा पश्चिम में नेपाल स्थित है  ।

जिले:

1. पूर्वी गंगटोक, 2. दक्षिणी-नामची, 3. उत्तरी मांगन, 4. प. गेलसिंह ।

कृषि:

सिक्किम कृषि प्रधान राज्य है । लगभग 64 प्रतिशत जनसंख्या खेती पर आधारित है । मुख्य फसलों में मक्का, चावल, गेहूँ, आलू, अदरक मुख्य फसलें हैं ।

सिक्किम में कोणधारी वन तथा सुन्दर घाटियाँ मुख्य संसाधन हैं । यहाँ के उद्योगों में हस्तकला, धातु का सामान, लकड़ी की वस्तुएं, चांदी के बर्तन सम्मिलित हैं । तीस्ता एवं रंगित पनबिजली परियोजनाओं से बिजली उत्पन्न की जा रही है ।

24. तमिलनाडु (Tamilnadu):

क्षेत्रफल- 1,30,058 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 62,110,839 (2001)

राजधानी- चेन्नई

भाषाएं- तमिल

तमिलनाडु के उत्तर में आन्ध्र प्रदेश तथा कर्नाटक, पश्चिम में केरल तथा पूर्व एवं दक्षिण में बंगाल की खाड़ी एवं हिन्द महासागर फैले हुये हैं  ।

जिले:

1. अरियालुर, 2. चेन्नई, 3. कोयम्बटूर, 4. कुड्‌डालोर, 5. धर्मापुरी, 6. डिण्डीगुल, 7. इरोड़े, 8. काँचीपुरम, 9. कन्याकुमारी, 10. करूर, 11. मदुराई, 12. नागपट्‌टनम, 13. नामक्कल, 14. पेराम्बूर, 15. पुडुकोट्‌टी, 16. रामानाथपुरम, 17. सलेम, 18. सिवागंगई, 19. तन्जावुर, 20. नीलगिरि, 21. थेनी, 22. थिरूवरूर, 23. थिरुवारर, 24. तिरूनेल्वेली, 25. तिरूवन्नामलाय, 26. थूटूकुडी (टूटीकोरिन), 27. तिरुच्चिरापल्ली, 28. वैलोर, 29. विलुपुरम, 30. विरुध नगर।

कृषि:

खेती-बाड़ी, तमिलनाडु का मुख्य कारोबार है। इसकी मुख्य फसलों में चावल मक्का, दलहन, तिलहन मूंगफली, कपास, नारियल, काजू, चाय, कॉफी तथा गर्म मसालें मुख्य हैं । चंदन की लकड़ी, आबनूस तथा रबड़ वृक्ष भी तमिलनाडु में पाये जाते हैं ।

उद्योग:

सूती वस्त्र, वाहन, रासायनिक-पदार्थ, रेल के डिब्बे, चमड़े का सामान, खाद, रसायन, चीनी तथा विभिन्न प्रकार की मशीनें तथा बिजली का सामान तैयार किया जाता है । पन-बिजली एवं सिंचाई की परियोजनाओं में परियार, पालर, पारम्भीकुलम, अरानियार, अर्मावती तथा चिथार मुख्य हैं । तमिलनाडु के बन्दरगाहों में चेन्नई, इन्नौर तथा तूतीकोरिन अन्तर्राष्ट्रीय स्थान रखते हैं ।

पर्यटन स्थल:

चेन्नई, इलागिरि, काँचीपुरम, कन्याकुमारी, कोडाइकनाल, मदुरई, ऊटी, रामेश्वरम, तिरुणविली तथा तंजावुर यहां के मुख्य पयर्टन-स्थल हैं।

25. त्रिपुरा (Tripura):

क्षेत्रफल- 10,491 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 3,191,168 (2001)

राजधानी- अगरतला

भाषायें- बंगाली तथा कोकबोरक

उत्तर-पश्चिम और दक्षिण में त्रिपुरा बंग्लादेश से घिरा हुआ है, जबकि पूर्व में असम तथा मिजोरम स्थित हैं ।

जिले:

1. धलाई, 2. उत्तरी त्रिपुरा, 3. दक्षिण त्रिपुरा, 4. पश्चिम त्रिपुरा ।

त्रिपुरा में गाउमती, खुबाई तथा मानु पन-बिजली परियोजनायें हैं । उदयपुर के निकट पालाताना में एक नई पन-बिजली परियोजना तैयार की जा रही है ।

कृषि:

त्रिपुरा एक कृषि प्रधान राज्य है जिसमें चावल, जूट, तिलहन, दलहन तथा मक्के की खेती की जाती है ।

पर्यटन स्थल:

त्रिपुरा के पर्यटन केन्द्रों में अगरतला, उदयपुर, पिलक, वेलोनिया, अम्बास, कैलाशहर तथा कुम्हार घाट उल्लेखनीय हैं ।

26. उत्तराखण्ड (Uttarakhand):

क्षेत्रफल- 53,484 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 3,191,168 (2001)

राजधानी- देहरादून

भाषा- हिन्दी

परिचय:

उत्तराखण्ड राज्य का गठन 9 नवम्बर, 2000 को उत्तर प्रदेश के विभाजन द्वारा किया गया था । उत्तराखण्ड के उत्तर में तिब्बत, पश्चिम में हिमाचल प्रदेश और हरियाणा दक्षिण में उत्तर प्रदेश तथा पूर्व में नेपाल स्थित हैं ।

जिले:

1. अल्मोड़ा, 2. बागेश्वर, 3. चमोली, 4. चम्पावत, 5. देहरादून, 6. हरिद्वार, 7. नैनीताल, 8. पौढ़ी-गढ़वाल, 9. पिथौरागढ़, 10. रुद्रप्रयाग, 11. टिहरी-गढ़वाल, 12. ऊधमसिंह नगर, 13. उत्तर-काशी ।

परिचय:

उत्तराखण्ड को देव-भूमि भी कहा जाता है और प्राय: पंचप्रयाग के नाम से भी सम्बोधित किया जाता है ।

पंचप्रयाग निम्न नदियों के संगम पर स्थित है:

1. विष्णु-प्रयाग- अलकनन्दा तथा धौली गंगा के सगंम पर ।

2. नन्द-प्रयाग- अलकनन्दा तथा ऋषि गंगा के संगम पर ।

3. करण-प्रयाग- अलकनन्दा तथा पिंडारी के संगम पर ।

4. रुद्र-प्रयाग- अलकनन्दा तथा मन्दाकिनी के संगम पर ।

5. देव-प्रयाग- अलकनन्दा तथा भागीरथी के संगम पर ।

कृषि:

उत्तराखण्ड की लगभग 80 प्रतिशत जनसंख्या खेती बाड़ी में लगी है । चावल, गेहूँ, तिलहन, दलहन, मक्का, सब्जियाँ, आम, अमरूद, लीची मुख्य फसलें हैं ।

खनिज:

खनिजों में संगमरमर, ताँबा, चूना-पत्थर, इमारती पत्थर आदि सम्मलित हैं ।

उद्योग:

उद्योगों में मुख्यत: चीनी, औषधियों, मशीनें तथा बिजली का सामान सम्मिलित हैं ।

पर्यटक स्थल:

आवली, बद्रीनाथ, बागेश्वर, भीमताल, चकराता, देहरादून, गंगोत्री, हरिद्वार, हेमकुंड, कसौनी, केदारनाथ, मिलम-ग्लेशियर, लैस-डाऊन, मसूरी, नैनीताल, नानकमट्‌ठा, पिंडारी-ग्लेशियर, ऋषिकेश, जिम कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान, रूपकुण्ड, रानीखेत, यमुनोत्री तथा विश्व धरोहर फूलों की घाटी राज्य में पर्यटकों के आकर्षण के बड़े केन्द्र हैं । कैलाश पर्वत एवं मानसरोवर झील को जाने वाले यात्री पिथौरागढ़ होते हुये तिब्बत में प्रवेश करते हैं ।

27. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh):

क्षेत्रफल- 2,40,928 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 16,60,52,859 (2001)

राजधानी- लखनऊ

भाषायें- हिन्दी तथा उर्दू

उत्तर प्रदेश राज्य के उत्तर में उत्तराखण्ड तथा नेपाल, पूर्व में बिहार तथा झारखण्ड, दक्षिण में मध्य प्रदेश तथा पश्चिम में राजस्थान, दिल्ली तथा हरियाणा फैले हुये हैं  ।

जिले:

1. आगरा, 2. अलीगढ़, 3. इलाहाबाद, 4. अम्बेडकरनगर, 5. आजमगढ़, 6. बागपत, 7. बहराइच, 8. बलिया, 9. बलरामपुर, 10. बांदा, 11 बराबकी, 12. बरेली, 13. बस्ती, 14. बिजनौर, 15. बदायूँ, 16. बुलन्दशहर, 17. चन्दौली, 18. चित्रकूट, 19. देवरिया, 20. एटा, 21. इटावा, 22. फैजाबाद, 23. फरूखाबाद, 24. फूतेहपुर, 25. फिरोजाबाद, 26. गौतमबुद्ध नगर, 27. गाजियाबाद, 28. गाजीपुर, 29. गोंडा, 30. गोरखपुर, 31 हमीरपुर, 32. हरदोई, 33. महामाया नगर, 34. जालौन, 35. जौनपुर, 36. झाँसी, 37. ज्योतिबाफुले नगर, 38. कन्नौज, 39. कानपुर नगर, 40. कानपुर (देहात), 41. काशीरामनगर, 42. कौशाम्बी, 43. कुशीनगर (पदरौणा), 44. लखीमपुर-खीरी, 45. ललितपुर, 46. लखनऊ, 47. महाराजगंज, 48. महोबा, 49. मैनपुरी, 50. मथुरा, 51. मऊ, 52. मेरठ, 53. मिर्जापुर, 54. मुरादाबाद, 55. मुजफ्फरनगर, 56. औरइया, 57. पीली-भी 58. प्रतापनगर, 59. रायबरेली, 60. रामपुर, 61. सहारनपुर, 62. संत कबीर नगर, 63. शाहजहांपुर, 64. श्रावस्ती, 65. सिद्धार्थनगर, 66. सीतापुर, 67. सोनभद्र, 68. सन्त रविदास नगर, 69. सुल्तानपुर, 70. उन्नाव, 71. वाराणसी ।

कृषि:

उत्तर प्रदेश की लगभग 75 प्रतिशत जनसंख्या कृषि पर निर्भर है । मुख्य फसलों में चावल, गेहूं, जौ, गन्ना, मक्का, तिलहन, दलहन, ज्वार, सब्जियाँ, बरसीम, चारा, इत्यादि सम्मिलित हैं ।

खनिज:

खनिज पदार्थों में कोयला, चूना-पत्थर, इमारती पत्थर, डोलोमाइट, स्लेट इत्यादि मुख्य हैं ।

उद्योग:

कृषि आधारित उद्योगों, चीनी, सूती व ऊनी वस्त्र, तेलशोध कारखाना, लकड़ी का सामान, मशीनें, चमडे एवं बिजली का सामान उल्लेखनीय है ।

पर्यटन केन्द्र:

पर्यटक स्थलों में आगरा, इलाहाबाद, फतेहपुरी, सिकन्दरा, अयोध्या, बरेली, मेरठ, लखनऊ, मथुरा, सारनाथ एवं वाराणसी मुख्य पयर्टक स्थल हैं ।

28. प. बंगाल (West Bengal):

क्षेत्रफल- 88,752 वर्ग किलोमीटर

जनसंख्या- 80,221,171 (2001)

राजधानी- कोलकाता

भाषा- बांग्ला

प. बंगाल के उत्तर में सिक्किम तथा भूटान, पूर्व में मेघालय, असम तथा बंग्लादेश, दक्षिण में बंगाल की खाड़ी तथा पश्चिम में ओडिशा बिहार एवं झारखण्ड स्थित हैं ।

जिले:

1. बांकुरा, 2. वर्धमान, 3. बीरभूम, 4. कूच-बिहार, 5. द. दिनाजपुर, 6. दार्जिलिंग, 7. हुगली, 8. हावड़ा, 9 जलपाई गुडी, 10. कोलकाता, 11. माल्दा, 12. मुर्शिदाबाद, 13. नदिया, 14. उत्तरी-24 परगना, 15. प. मिदनापुर, 16. पूर्वी मिदनापुर, 17. पुरुलिया, 18. द. 24 परगना, 19. उत्तरी दिनाजपुर ।

कृषि:

प. बंगाल की 75 प्रतिशत जनसंख्या खेती पर निर्भर है । मुख्य फसलों में चावल, जूट, चाय, तिलहन, दलहन सम्मिलित हैं ।

खनिज:

खनिज पदार्थों में कोयला, डोलोमाइट, मैग्नेसाइट, चूना-पत्थर, स्लेट आदि मुख्य हैं ।

उद्योग:

सूती वस्त्र, तेलशोध कारखाने, लौह-इस्पात, रसायन पदार्थ, चित्तरंजन लोकोमोटिव्स, मशीनें, बिजली का सामान तथा कुटीर उद्योग मुख्य हैं ।

पर्यटन केन्द्र:

आसनसोल, चित्तरंजन, दार्जिलिंग, दुर्गापुर, दीघा, हावड़ा, मुर्शीदाबाद, शान्ती-निकेतन तथा हल्दिया पर्यटकों के लिये विशेष आर्कषण रखते हैं ।

दार्जिलिंग के लिये सिलीगुड़ी से रेल द्वारा यात्रा की जा सकती है ।

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