नाखून पॉलिश कैसे निर्माण करें? | Are you planning to manufacture nail polish? Read this article in Hindi to learn about how to manufacture and produce nail polish.

नेल पॉलिश स्त्रियों के नाखून रगने का बहुत प्रचलित एवं लोकप्रिय सौंदर्य प्रसाधन है । इसका निर्माण मुख्यत नाइट्रोसेल्युलोज से किया जाता है । लेकिन चूंकि यह कीमती पड़ता है, अतः बहुत से उत्पादक सिनेमा व फोयेग्राफी की बेकार फिल्में, जो नाइट्रोसेल्युलोज की बनी होती हैं, थोक भाव में खरीदरकर इसी से नेल पॉलिश बनाते हैं ।

नेल पॉलिश उत्पादन के लिए प्रमुख कच्चा माल निम्नलिखित है । लेकिन कम उत्पादन लागत में अच्छी गुणवत्ता (Good Quality) का सामान तैयार करने के सिद्धान्त को ध्यान में रखते हुए फेर बदल या उनकी मात्रा में कमी बेशी की जा सकती है ।

नेल पॉलिश उत्पादन के लिए कच्चा माल (Raw Materials for Manufacturing Nail Polish):

1. नाइट्रोसेल्यूलोज

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2. इथर

3. अल्कोहल

4. एसीटोन

5. इथाइल एसीटेट

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6. एमाइल एसीटेट

7. इस्टर गम

8. इथाइल लैक्टेट

9. रंग

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10. रेजिन

नेल पॉलिश में डाले जाने वाले कच्चे माल को चार भागों में बांटा जा सकता है:

1. प्रमुख आधार के रूप में प्रयुक्त होने वाले द्रव्य में जो परत के रूप में नाखून पर जम जाते हैं । यह पदार्थ हैं नाइइट्रोसैल्युलोज, सैलोलाइड फोटाग्राफी व सिनेमा की बेकार फिल्में अथा सेलोलइड की कतरनें ।

2. उपर्युक्त द्रव्यों को घोलकर सरल रूप में नाखूनों पर लगाये योग्य रूप में करने वाले साल्वैन्ट्स जैसे एसिटोन, ईथर, अल्कोहल, एमायल एसीटेट व इथायल एसीटेट आदि ।

3. नेल-पालिश को नाखुनों पर मजबूती से जमाने वाले (फिक्चेटिव्स) ने पॉलिश सूखने पर न चटके इसके लिए इसमें थोड़ी लचक पैदा करने वाले (प्लास्टीसाइजर्स) द्रव्य जैसे ईस्टर गम, लोबन, अरण्डी का तेल, ईथायल लैक्टेट आदि ।

4. उचित प्रकार के रंग- ने पॉलिश में वे रंग प्रयोग किये जाते हैं । जो स्प्रिट या अल्कोहल में घुलने वाले होते हैं । इनको स्प्रिट सोल्यूबिल डाइज कहते हैं ।

 

नेल पॉलिश  उत्पादन विधि (Manufacture Process for Nail Polish):

रंग को अल्कोहल में घोल लिया जाता है । इसमें एमायल एसीटेट व एसीयेन मिला दिया जाता है । इसकी ऐसी शीशी में रखा जाता है जिसका मुंह चौड़ा हो और उसका ढक्कन एअर टाइट हो, ताकि उसके अन्दर से अल्कोहल उड़ न जाये । अब इसमें सैलोलाइड 3-4 दिन तक रखकर छोड़ दिया जाता है और प्रतिदिन 1-2 बार शीशी को हिला दिया जाता है । तब समस्त सैलोलाइड धुल जाये तो पॉलिश तैयार समझा जाता है ।

उक्त पॉलिश की निर्माण प्रक्रिया के सबध में एक-दो बातें ध्यान देने योग्य हैं । पहली बात यह है कि सैलोलाइड की करतनों के स्थान पर बेकार सिनेमा फिल्मों की कतरनें प्रयोग की जा सकती है, परन्तु पहले इन पर लगा मसाला छुड़ाकर इन्हें साफ कर लेना चाहिए अन्यथा पॉलिश का रंग कालिमायुक्त हो जाएगा ।

दूसरी बात रंग को मिलाने कि है, यदि रंग ठीक तरह से न मिलाया जाय तो नेल-पॉलिश में रेग की फुटकें रह जाती है और पॉलिश को लगाने समय नाखूनों पर चमकती है । यह बुरा है । रंग मिलाने का ठीक तरीका यह है कि एक छोटी शीशी में थोड़ा सा अल्कोहल डालकर और रंग मिलाकर शीशी को एक दो बार हिलाया जाता है ।

अब बड़ी-बड़ी बोतल जिसमें अल्कोहल रखा है, के मुंह पर दोहरा करके मलमल का कपड़ा और छोटी शीशी में घुला हुआ रंग इसमें खान लिया जाता है ताकि जो कुछ फुटके हों वह कपड़े में पड़ने वाले सभी द्रव्य आग को दूर से पकड़ लेते हैं । और फक्क से जल उठते हैं जहां नेल-पॉलिश बनाई जा रही हो आग उससे बहुत दूर होनी चाहिए । जब नेल पॉलिश तैयार हो जाये तो इसे कपड़े में छानकर छोटी-छोटी नेल-पॉलिश की शीशियों में भरकर पैक कर लिया जाता है ।

 

नेल पॉलिश  बनाने की विधि (Recipe for Making Nail Polish):

जैसा कि फार्मूला नं. 1 में लिखा गया है पहले रंग को अल्कोहल में घोल लिया जाता है और फिर शेष साल्वैन्ट्स को अल्कोहल में मिला लिया जाता है । अब इनमें नाइट्रोसैल्युलोज मिलाकर 2-3 रखा रहने देने के बाद छानकर शीशियों में पैक कर लिया जाता है ।

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सस्ती नेल पॉलिशे (Affordable Nail Polish):

नल पॉलिश नाइट्रोसैल्युलोज के आधार पर बनती है और इसमें काफी लागत बैठती है । सस्ती नेल पॉलिश-चमड़ा लाख को स्प्रिट में घोलकर तैयार की जाती है ।

दोनों फार्मूलों से नेल-पॉलिश तैयार करने की विधि एक ही है । चपड़ा लाख व बिरोजा (अथवा सुन्दरम) को स्प्रिट में मिलाकर 24 घण्टे रखा रहने दिया जाता है । इसमें रंग भी मिला भी दिया जाता है । अगर नेल पॉलिश ज्यादा पतली है तो थोड़ी चपड़ा लाख और मिला दें । अगर ज्यादा गाढ़ी है तो स्प्रिट की मात्रा बढ़ा दें । अतः में इसको बारीक कपड़े से छानकर शीशियों में पैक कर लिया जाता है ।

यह स्मरण रखना चाहिए कि मैथीलेटेड स्प्रिट में से बड़ी ही अप्रिय दुर्गन्ध निकलती है और यदि इन फार्मूलों में कोई सुगन्धि डाला जाय तो स्प्रिट की दुर्गन्ध खुशबू को बेकार कर देती है । इन सूत्रों में मैथीलेटेड स्प्रिट के स्थान पर यदि रैक्टीफाइड स्प्रिट डाल दी जाय तो दुर्गन्ध तो नहीं रहेगी, परन्तु लागत कम से कम तीन गुना बढ़ जायेगी ।

नेल पॉलिश उत्पादन के लिएमशीन और उपकरण (Machinery & Equipments Required for Manufacturing Nail Polish):

1. फिल्टर

2. एनीमेल्ड वेसेन

3. भट्टी

4. मिक्चर

5. सेल्युलोज कटिंग मशीन