Read this article in Hindi to learn about the six main types of cast iron. The types are:- 1. ग्रे कास्ट ऑयरन (Grey Cast Iron) 2. व्हाइट कास्ट ऑयरन (White Cast Iron) 3. मॉटल्ड कास्ट ऑयरन (Mottled Cast Iron) and a Few Others.

Type # 1. ग्रे कास्ट ऑयरन (Grey Cast Iron):

इस कास्ट ऑयरन में कार्बन की मात्रा 3% से 4% तक होती है जिसमें कम्बाइंड कार्बन की अपेक्षा फ्री कार्बन अधिक होती है । यह ग्रे रंग का होता है । यह दूसरे कास्ट ऑयरन की अपेक्षा सॉफ्ट होता है और इसे आसानी से मशीनिंग किया जा सकता है । इसका अधिकतर प्रयोग पाइप, सिलंडर, मशीनों के बेड और फ्रेम आदि बनाने के लिये किया जाता है ।

Type # 2. व्हाइट कास्ट ऑयरन (White Cast Iron):

इस कास्ट ऑयरन में कार्बन की मात्रा 2% से 4% तक होती है जिसमें फ्री कार्बन की अपेक्षा कम्बाइंड कार्बन अधिक होती है । यह सफेद रंग का होता है । ग्रे कास्ट ऑयरन की अपेक्षा यह अधिक हार्ड होता है इसलिये इसे आसानी से मशीनिंग नहीं किया जा सकता है । यह कम घिसता है । इसका अधिकतर प्रयोग रट ऑयरन बनाने के लिये किया जाता है ।

Type # 3. मॉटल्ड कास्ट ऑयरन (Mottled Cast Iron):

इसमें कम्बाइंड और फ्री कार्बन बराबर मात्रा में होती है । इस कास्ट ऑयरन में हार्डनैस और स्ट्रेंग्थ भी मीडियम होती है । इसका प्रयोग प्रायः ऐसे पार्टस बनाने के लिये किया जाता है जिनको मशीनिंग किया जा सके और उनमें हार्डनैस और स्ट्रेंथ भी हो ।

Type # 4. मैलिएबल कास्ट ऑयरन (Malleable Cast Iron):

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कास्ट ऑयरन में ब्रिटलनैस अधिक होती है । इसलिए जब कास्ट ऑयरन के छोटे-छोटे पार्टस बनाये जाते हैं तो वे जल्दी टूट जाते हैं । इस कमी को दूर करने के लिए मैलिएबल कास्ट ऑयरन बनाया गया है जिसमें ब्रिटलनैस कम कर दी जाती है और मैलिएबिलिटी व टफनैस बढ़ा दी जाती है ।

यह व्हाइट कास्ट ऑयरन से बनाया जाता है । व्हाइट कास्ट ऑयरन को स्टील के बाक्स में ऑयरन आक्साइड के साथ पैक करके 900°C से 950°C तक तापमान दिया जाता है । यह तापमान कास्टिंग के साइज के अनुसार 5 से 40 घंटे तक रखा जा सकता है । इस प्रकार जो कास्ट ऑयरन तैयार होता है वह साफ्ट और टफ होता है और उसमें मैलिएबिलिटी, डक्टिलिटी और स्ट्रेंथ भी बढ़ जाती है । यह प्रायः हल्की कास्टिंग के लिए प्रयोग में लाया जाता है ।

Type # 5. चिल्ड कास्ट ऑयरन (Chilled Cast Iron):

इसमें ग्रे कास्ट ऑयरन को दुबारा पिघला कर ठंडे सांचों में भर दिया जाता है और सांचों को एकदम ठंडा कर दिया जाता है जिससे कास्टिंग की बाहर की सरफेस हार्ड हो जाती है इस कास्ट ऑयरन का अधिकतर प्रयोग ऐसे मशीनी पार्टस बनाने के लिए किया जाता है जिनकी बाहर की सरफेस हार्ड रखनी होती है ।

Type # 6. नोडूलर कास्ट ऑयरन (Nodular Cast Iron):

यह कास्ट ऑयरन अधिकतर मैलिएबल कास्ट ऑयरन जैसा होता है जिसका उत्पादन बिना हीट ट्रीटमेंट विधि के द्वारा किया जाता है । ग्रे कास्ट आयरन की अपेक्षा इसमें बड़ी हुई डक्टिलिटी, टेंसाइल स्ट्रेंग्थ और टफनैस होती है । इसका अधिकतर प्रयोग तब किया जाता है जब उच्च टेंसाइल स्ट्रैस और मध्यम इस्पेक्ट लोडिंग की आवश्यकता होती है ।

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