Read this article in Hindi to learn about:- 1. हेक्सॉ ब्लेड  का परिचय (Introduction to Hacksaw Blade) 2. हेक्सॉ ब्लेड  के प्रकार (Types of Hacksaw Blade) 3. दांत (Teeth) 4. चयन (Selection).

हेक्सॉ ब्लेड  का परिचय (Introduction to Hacksaw Blade):

हेक्सॉ ब्लेड एक प्रकार की स्टील की पत्ती होती है । जिसके दोनों सिरों पर एक- एक सुराख बना होता है । इसके एक या दोनों किनारों पर ‘V’ आकार के दांते कटे होते हैं । कार्य के अनुसार ये भिन्न-भिन्न साइजों में पाये जाते हैं ।

मेटीरियल:

हेक्सॉ ब्लेड को प्रायः हाई कार्बन स्टील, हाई स्पीड स्टील और लो एलॉय स्टील से बना कर हार्ड व टेम्पर कर दिया जाता है ।

विवरण:

ADVERTISEMENTS:

हेक्सॉ ब्लेड को उसकी लंबाई, चौड़ाई, मोटाई और पिच के अनुसार निर्दिष्ट किया जाता है जैसे हेक्सॉ ब्लेड 250 × 13 × 0.63 × 1.00 मि.मी ।

हेक्सॉ ब्लेड लंबाई में 250 या 300 मि.मी. चौड़ाई में 13 या 16 मि.मी. मोटाई में 0.63 या 0.80 मि.मी. और पिच में 0.8, 1.4 या 1.8 मि.मी. वाले पाये जाते हैं । साधारणतया हेक्सॉ ब्लेड की लंबाई दोनों सुराखों के सेंटर्स की बीच की दूरी से ली जाती है ।

हेक्सॉ ब्लेड  के प्रकार (Types of Hacksaw Blade):

प्रायः निम्नलिखित दो प्रकार के हेक्सॉ ब्लेड प्रयोग में लाये जाते हैं:

i. फ्लेक्सीबल:

ADVERTISEMENTS:

इस प्रकार के हेक्सॉ ब्लेड में केवल दांतों वाला भाग ही हार्ड व टेम्पर किया जाता है और पिन होल व ब्लेड की पूरी बॉडी को साफ्ट व टफ रखा जाता है जिससे इस प्रकार का ब्लेड झटकों को आसानी से सहन कर सकता है और जल्दी टूटता नहीं है ।

ii. आल हार्ड:

इस प्रकार के ब्लेड में केवल पिन होल को छोड़ कर पूरा ब्लेड हार्ड व टेम्पर कर दिया जाता है । जरा सा झटका लगने से यह ब्लेड टूट सकता है । इसलिए इसको चलाते समय यह ध्यान रखना पड़ता है कि इस पर झटका न लगने पाये ।

iii. फ्लेक्सीबल सेंटर:

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इस प्रकार के ब्लेड में दांतों के सिरों व ब्लेड के पिछले सिरे को ब्लेड की लंबाई तक हार्ड तथा बाकी भाग स्प्रिंग टेम्पर किया जाता है ।

iv. स्प्रिंग बैक:

इस प्रकार के ब्लेड में दांतों वाले भाग को हार्ड किया जाता है । तथा ब्लेड के बाकी भाग को स्प्रिंग टेम्पर कर दिया जाता है ।

ग्रेड:

हेक्सॉ ब्लेड पर जिस श्रेणी में पिच वाले दांते कटे होते हैं उसे ब्लेड का ग्रेड कहते हैं ।

ग्रेड के अनुसार निम्नलिखित प्रकार के ब्लेड प्रयोग में लाये जाते हैं:

I. कोर्स:

इस ग्रेड के ब्लेड पर प्रत्येक इंच में 14 दांते कटे होते हैं जिससे धातु बहुत जल्दी कटती है । इस ग्रेड वाले ब्लेड का अधिकतर प्रयोग मोटी और मुलायम धातुओं को काटने के लिए किया जाता है जैसे पीतल, तांबा, एल्युमीनियम इत्यादि । भारतीय स्टैण्डर्ड के अनुसार इस पर 1.8 मिमी. पिच के दांते कटे होते हैं ।

II. मीडियम:

इस ग्रेड के ब्लेड पर प्रत्येक इंच में 18 दांते कटे होते हैं । इस ग्रेड वाले ब्लेड का मुख्य प्रयोग साधारण कार्यों के लिए किया जाता है । इसका प्रयोग माइल्ड स्टील और कास्ट ऑयरन को काटने के लिए भी किया जाता है । भारतीय स्टैण्डर्ड के अनुसार इस पर 1.4 मिमी. पिच के दांते कटे होते हैं ।

III. फाइन:

इस ग्रेड के ब्लेड पर प्रत्येक इंच में 24 दांते कटे होते हैं । इस ग्रेड वाले ब्लेड का अधिकतर प्रयोग मीडियम कार्बन स्टील को काटने के लिए किया जाता है । भारतीय स्टैण्डर्ड (B.I.S.) के अनुसार इस पर 1.4 मिमी. पिच के दांते कटे होते है ।

IV. वैरी फाइन:

इस ग्रेड के ब्लेडपर प्रत्येक इंच में 32 दांते कटे होते हैं । इस ग्रेड वाले हेक्सॉ ब्लेड का अधिकतर प्रयोग पतली गेज की चद्दरों और पाइपों तथा कठोर धातुओं को काटने के लिए किया जाता है । भारतीय स्टैण्डर्ड (B.I.S.) के अनुसार इस पर 1.00 मि.मी. पिच के दांते कटे होते है ।

हेक्सॉ ब्लेड के दांत (Teeth of Hacksaw Blade):

दांतों की सेटिंग:

हेक्सॉ ब्लेड पर दांतों को दायें व बायें ओर मोड़ कर बनाने के क्रम को दांतों की सेटिंग कहते हैं ।

हेक्सॉ ब्लेड पर दांतों की सेटिंग के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:

a. हेक्साँ ब्लेड पर दांतों की सेटिंग होने से ब्लेड अपनी बॉडी की मोटाई से अधिक मोटाई में काटेगा जिससे ब्लेड कट में फंसता नहीं है ।

b. हेक्सॉ ब्लेड पर दांतों की सेटिंग होने से इसका प्रयोग करते समय रगड़ की गर्मी (घर्षण) कम पैदा होगी जिससे ब्लेड अधिक समय तक टिकाऊ बना रहता है ।

c. हेक्सॉ ब्लेड पर दांतों की सेटिंग होने से ब्लेड को चलाने में सुविधा होती है और ब्लेड को कम ताकत से चलाया जा सकता है ।

d. हेक्सॉ ब्लेड पर दांतों की सेटिंग होने से वह अधिक गहराई तक कटिंग कर सकता है । यदि ब्लेड पर दांतों की सेटिंग न की गई हो तो वह अपनी चौड़ाई के आधे से अधिक नहीं काट सकेगा और कट भी ठीक नहीं लगेगा । ।

दांतों के सेट:

दांतों के सेट प्रायः पिच पर निर्भर करते हैं जो कि निम्नलिखित होते हैं:

1. 0.8 मि.मी. पिच वाले ब्लेड वेवी सेट में पाये जाते हैं ।

2. 1.0 मिमी. पिच वाले ब्लेड प्रायः वेवी या स्टैगर्ड सेट में पाये जाते हैं ।

3. 1.00 मिमी. से अधिक पिच वाले ब्लेड प्रायः स्टैगर्ड सेट में पाये जाते हैं ।

स्टैगर्ड सेट:

इस प्रकार के सेट वाले ब्लेड पर एक या दो दांते दाएं तथा एक या दो दांते बाएं मुड़े होते हैं और इसी क्रम में पूर ब्लेड पर सेटिंग होती है । इस सेटिंग वाले ब्लेड प्रायः साधारण कार्यों के लिए प्रयोग होते हैं ।

वेवी सेट:

इस प्रकार के सेट वाले ब्लेड पर दांतों की लहर बन जाती है । इस सेटिंग वाले ब्लेड विशेषतया ट्‌यूब और शीट काटने के लिए प्रयोग होते हैं ।

हेक्सॉ ब्लेड का चयन करना (Selection of Hacksaw Blade):

हेक्सॉ के द्वारा कोई भी आपरेशन करने से पहले यह देख लेना चाहिए कि सही प्रकार का ब्लेड प्रयोग में लाना है । इसलिए हेक्सॉ ब्लेड का चयन करना आवश्यक हो जाता है जिसे तालिका में दिखाया गया है ।

हेक्सॉ ब्लेड का चयन करते समय निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना चाहिए:

1. हेक्सॉ ब्लेड का चयन धातु की हार्डनैस के अनुसार करना चाहिए । हार्ड धातु के लिए फाइन ग्रेड ब्लेड और मुलायम धातु के लिए कोर्स ग्रेड के ब्लेड का प्रयोग किया जाता है ।

2. पतली धातु के लिये फाइन ग्रेड का ब्लेड और मोटी धातु के लिये कोर्स ग्रेड का ब्लेड प्रयोग में लाया जाता है ।

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