विभिन्न योजनाओं के दौरान मूल्य व्यवहार | Read this article Hindi to learn about the price behaviour during different plans.

देश की स्वतन्त्रता के समय, स्फीति का औसत दर 1.7 प्रतिशत तक नीचा था । दूसरी योजना के दौरान, सामान्य कीमत दर 20 प्रतिशत बढ गई । तीसरी योजना के दौरान, खाद्य पदार्थों की कीमतों के 40 प्रतिशत तक बढ़ जाने से कीमतों की स्थिति बहुत गम्भीर हो गई, अनाज की कीमतें 45 प्रतिशत और दालों की 170 प्रतिशत बढ़ गई ।

वास्तव में वर्ष 1962-63 में चीन के आक्रमण १९६२ के कारण स्फीतिकारी दबाव बढ़ने आरम्भ हो गये और पुन: वर्ष 1965-66 में पाकिस्तान के साथ युद्ध के कारण अकाल जैसी स्थितियों से हालात बद से बदतर हो गये, अधिकतम मुद्रा स्फीति 13.9 प्रतिशत रिकार्ड की गई |

चौथी पंचवर्षीय योजना (1969-74) के दौरान पाकिस्तान के साथ युद्ध (1971) के कारण स्थिति पुन: उपद्रवी थी तथा तेल की कीमतों में वृद्धि के कारण समग्र कीमतें 1978-79 में पुन: बढ़ गई । 1970-71 को आधार वर्ष मानते हुये समग्र बिक्री कीमत सूचक वर्ष 1977 में 183 से बढ़ कर वर्ष 1979 में 185 हो गया तथा फिर जनवरी 1980 में 224 तक उछल गया ।

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वर्ष 1980 के दशक में, छठी योजना काल में औसत स्फीति 80% तक पहुँच गई । थोक कीमत सूची 17.4% वृद्धि दर्शाते हुये 256 तक बढ़ गई । वर्ष 1985-89 के थोक कीमत सूची 440 (1970-71 = 100) जबकि 1983-84 और 1984-85 में यह 338 थी । इस प्रकार सातवीं योजना में औसत कीमत स्तर 7 प्रतिशत प्रति वर्ष बढ़ा ।

आठवीं पंचवर्षीय योजना (Eighth Five Year Plan) कीमतों में वृद्धि वर्ष 1990 अक्तूबर से आरम्भ हुई तथा वर्ष 1991 के दौरान जारी रही । अगस्त 1991 में मुद्रा स्फीति की दर 16.7% थी । आरम्भिक वस्तुएं स्फीतिकारी वृद्धि का कारण बनी तथा वर्ष नवम्बर के मध्य में मुद्रा स्फीति की दर 21.5 प्रतिशत था ।

उपभोक्ता वस्तुओं में द्वि-अंकीय मुद्रा स्फीति वर्ष 1991-92 में भी जारी रही । कृषि श्रमिकों द्वारा उपयुक्त होने वाली उपभोक्ता वस्तुओं की स्फीति की दर 23 प्रतिशत थी । नवम्बर 1992 तक एक अंकीय स्फीति एक वास्तविकता बन तथा वर्ष 1993 जनवरी के अन्तिम सप्ताह में इसका स्तर 6.8 प्रतिशत तक नीचे आ गया । थोक कीमतों का स्फीति दर धीरे-धीरे कम हुआ तथा यह वर्ष के आरम्भ में 10.4% से दिसम्बर 1995 के अन्त में 6% रह गया ।

ईंधन, ऊर्जा, बिजली आदि ने वर्ष 1995 के अन्त में 1.1 प्रतिशत की हल्की सी वृद्धि दर्ज की तथा इस प्रकार चालू वर्ष की मुद्रा स्फीति में बहुत थोड़ा योगदान किया । निर्माण क्षेत्र ने दिसम्बर 1995 के अन्त में 8 प्रतिशत का स्फीति दर रिकार्ड किया । आरम्भिक वस्तुओं ने कीमतों की वार्षिक वृद्धि में 24.5% का योगदान किया, जबकि निर्मित उत्पादों ने अनुपातहीन रूप में लगभग 74% के बड़े भाग का योगदान किया ।

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मुख्यतः इसलिये कि इस वर्ग ने कीमतों में 5% की वृद्धि दर्ज की जबकि इसकी तुलना में आरम्भिक वस्तुओं ने केवल 44% की वृद्धि दर्ज की । 1995-96 के अन्त में कीमत स्तर जोकि इसके न्यूनतम स्तर पर था तथा स्फीति दर 4.4 प्रतिशत तक पहुँचा वर्ष 1996-97 में पुन: मुद्रा स्फीति ने अपना भद्दा चेहरा दिखाना आरम्भ कर दिया ।

वर्ष 1996-97 के दौरान देश में अनुभव किये गये कीमतों के बढ़ते हुये स्तर के सम्बन्ध में आर्थिक सर्वेक्षण 1996-97 ने अवलोकन किया । ”जुलाई 1996 के पहले सप्ताह में पैट्रोलियम उत्पादों की प्रशासित कीमतों में लम्बे समय से विलम्बित समन्वय (18 प्रतिशत द्वारा) ने थोक कीमत सूची को 306.4 से 310.4 तक धकेल दिया तथा जुलाई 1996 के पहले सप्ताह में मुद्रा स्फीति दर 5.8 प्रतिशत तक बढ़ गया । वर्ष 1996 में, दिसम्बर के मध्य में स्फीति दर ने 7% के स्तर को पार कर लिया ।” अगस्त 1997 में वार्षिक स्फीति दर ने ग्यारह वर्षों के न्यूनतम 34 प्रतिशत के स्तर को छुआ ।

नवम् पंचवर्षीय योजना (Ninth Five Year Plan):

वर्ष 1998 में मार्च के अन्तिम सप्ताह का मुद्रा स्फीति दर 5 प्रतिशत के स्तर पर पहुँचा । वर्ष 1998-99 के दौरान कीमतों की ऊपर की ओर प्रवृत्ति अप्रैल 98 के पहले सप्ताह से बनी रही अर्थात् अप्रैल 98 के प्रथम सप्ताह में 5.3 प्रतिशत से सितम्बर 1999 तक 8.84 प्रतिशत । मार्च 1999 के अन्तिम सप्ताह में स्फीति का दर 5.04 प्रतिशत तक पहुंच गया ।

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वर्ष 1999-2000 के आरम्भ में मुद्रा स्फीति का वार्षिक दर 4.6 प्रतिशत से गिर कर जून 1999 के अन्त तक 2 प्रतिशत तक गिर गया । इसके पश्चात् मार्च 2000 के अन्त तक यह 4.22 प्रतिशत तक पहुँच गया । वर्ष 2000-2001 में वार्षिक स्फीति दर 6.75% से आरम्भ हुआ । मुद्रा स्फीति (अस्थायी) का बिन्दु से बिन्दु स्फीति दर, 27 जनवरी 2001 पर समाप्त होने वाले सप्ताह में 8.56% पर उच्चतम था जबकि 52 सप्ताह औसत वार्षिक दर 7.2 प्रतिशत था । सितम्बर 2001 से मुद्रा स्फीति दर कम होना आरम्भ हो गया तथा 30 मार्च, 2002 में यह 1.38% पर पहुँच गया ।

दसवीं पंचवर्षीय योजना (Tenth Five Year Plan):

22 मार्च, 2002 को बिन्दु से बिन्दु स्फीति दर 5.99% था परन्तु वर्ष 2002-03 में वार्षिक (52 सप्ताह) औसत स्फीति दर 2.6% था । 27 मार्च, 2004 को बिन्दु से बिन्दु स्फीति दर 7.9 प्रतिशत था । प्रावमिक क्षेत्र में 5.4 प्रतिशत की सलाना दर के विरूध थी । यहां हमें ईधन, बिजली, लुबरीकेंट की याद रखना चाहिए जो निर्माण उत्पादों के 5% के विरूद्ध 9% के विस्तार तक की मंहगाई के गवाह हैं ।

ग्यारहवीं योजना (2007-2012) (Eleventh Plan):

थोक बिक्री मूल्यों के सूचक 2007-08 में 116.6 पर थे जिन्होंने 2012-13 में 2012-13 में 167.6 को छू लिया । यह मुख्यतः अनाज और अन्य खराब होने वाली खाद्य वस्तुओं में तेजी से वृद्धि का नतीजा थे जो इन अवधि दौरान 124 से 242 बड़े जो निर्माण वस्तुओं के विरुद्ध थे जो 113 से 147 की बढौतरी को दिखाते हैं ।