प्रकाश पादुकोन । Biography of Prakash Padukone in Hindi Language!

1. प्रस्तावना ।

2. जीवन परिचय एवं उपलब्धियां ।

3. उपसंहार ।

1. प्रस्तावना:

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बैडमिन्टन भी टेनिस की तरह विश्व का एक लोकप्रिय खेल है । बैडमिन्टन खेलने में शटल और रैकेट का प्रयोग होता है । सेत्रल लाइन लम्बाई में कोर्ट के दो बराबर के हिस्सों में बंटे इस खेल का कोर्ट आयताकार होता है । इस तरह इसमें बायां और दायां सर्विस कोर्ट बनता है ।

बीच में नेट लगी होती है, जो 152 सेण्टीमीटर लम्बी होती है । इसके ख्सो 159 सेण्टीमीटर ऊंचे होते हैं । बैडमिन्टन के कोर्ट को 3.8 से॰मी॰ मोटी पीली या सफेद रेखाओं से बनाया जाता है । बैडमिन्टन शटल का भार 4.73 से लैकर 5.50 ग्राम तक होता है । इसमें 14 से 16 पंख लगे होते हैं ।

इसे सिंगल्स, डबल्स, मिक्सड डबल आदि के माध्यग से खेला जाता है । खेलने से पहले टॉस होता है । जीतने वाले को दायां या बायां कोर्ट चुनने को मिलता है । गेम 15 या 21 अंकों का होता है । 15 के गेम में 13-13 अंकों वालों को 5 अंकों तक गेम सेटल करने को मिलता है । 3 गेमों के 2 के विजेता को विजेता घोषित किया जाता है । महिलाएँ के सिंगल्स 11 अंकों के होते हैं ।

इसमें 9 या 10 अंक होने पर 3 अंकों तक खेल को सेटल किया जाता है । 3 गेमों में 2 के विजेता को विजेता घोषित किया जाता है । सिंगल्स में सर्विस करते समय शटल कमर के ऊपर नहीं रखनी चाहिए । शटल सर्विस पोइन में गिरना फाउल माना जाता है । विश्व में बैडमिन्टन खेलने वाले कई श्रेष्ठ खिलाड़ी है । प्रकाश पादुकोन मारत के ही नहीं, विश्व के भी श्रेष्ठ बैडमिन्टन खिलाडियों में गिने जाते हैं ।

2. जीवन परिचय एवं उपलब्धियां:

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प्रकाश पादुकोन का जन्म कर्नाटक के बंगलौर शहर में सन् 1955 को हुआ था । शारतुईाय बैडमिन्टन को शीर्ष पर ले जाने वाले ये ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्हें 9 वार राष्ट्रीय चैम्पियन बनने का गौरव प्राप्त है ।

सन् 1971 से 1979 तक ये इस गौरव के हकदार बने ।

1970 से 1980 तक के दशक में प्रकाश पादुकोन ने विश्व के हर खिलाड़ी को पराजित किया । ये राष्ट्रमण्डलीय खेलों गे भी चैम्पियन रहे । ”ऑल इंग्लैण्ड चैम्पियनशिप” विश्व की बड़ी प्रतियोगिता को जीतकर उन्होंने अपना नाम बैडमिन्टन के श्रेष्ठ खिलाडियों में दर्ज करा लिया है । पादुकोन वास्तव में आक्रामक या तेजतर्रार खिलाड़ी न होकर रक्षात्मक खिलाड़ी हैं ।

3. उपसंहार:

बैडमिन्टन के खेल से संन्यास लेने के बाद प्रकाश पादुकोन प्रशिक्षक की भूमिका अदा क्न्र रहे हैं । प्रकाश पादुकोन के बाद सैप्यद मोदी, फुलेला गोपीचन्द जैसे खिलाड़ियों ने भी अपना हुनर दिखाया । वे उतनी अधिक ख्याति अर्जित नहीं कर पाये, जितनी कि प्रकाश पादुकोन ने अर्जित की है ।

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