जैनेन्द्र कुमार । Biography of Jainendra Kumar in Hindi Language!
1. प्रस्तावना ।
2. जीवन वृत्त एवं रचनाकर्म ।
3. उपसंहार ।
1. प्रस्तावना:
ADVERTISEMENTS:
प्रेमचन्द के साथ यदि किसी साहित्यकार का नाम लिया जाता है, तो वे हैं, जैनेन्द्र कुमार । जैनेन्द्र कुमार ने अनेक उपन्यास, कहानी एवं निबन्धों की रचना की है । शिल्प और वस्तु संगठन की दृष्टि से उन्होंने हिन्दी कथा-साहित्य को विशिष्ट दृष्टि प्रदान की ।
हिन्दी उपन्यास विधा को प्रेमचन्द के बाद उन्होंने नया मोड़ दिया । उनकी नयी और मनोवैज्ञानिक विचारधारा के कारण उनकी आलोचना भी हुई, किन्तु परवर्ती रचनाकारों ने उनको ”मानव मन व नये युग का मसीहा” कहा ।
2. जीवन वृत्त एवं रचनाकर्म:
जैनेन्द्