Here is a list of top eighteen sheet metal tools in Hindi language.

शीट मेटल शॉप में प्रायः निम्नलिखित टूल्स प्रयोग में लाये जाते हैं:

1. स्टील रूल:

इसका प्रयोग जॉब बनाते समय मापों को मापने और चैक करने के लिये किया जाता है ।

ADVERTISEMENTS:

2. वायर गेज:

इसका प्रयोग शीट की मोटाई चैक करने के लिये किया जाता है ।

3. स्क्राइबर:

इसका प्रयोग मार्किंग करते समय रेखा खींचने के लिये किया जाता है ।

ADVERTISEMENTS:

4. डिवाइडर:

इसका प्रयोग मार्किंग करते समय मृत या चाप खींचने के लिये किया जाता है

5. ट्रैमल:

इसका प्रयोग मार्किंग करते समय बड़े साइज के वृत्त या चाप खींचने के लिये किया जाता है ।

ADVERTISEMENTS:

6. चीजल:

इसका प्रयोग अधिक मोटे गेज की शीट को काटने के लिये किया जाता है ।

7. फाइल:

इसका प्रयोग शीट को साइज में रगड़ने के लिये और बर्र आदि को साफ करने के लिए किया जाता हैं ।

8. स्निप:

यह एक कटिंग टूल है जिसका प्रयोग प्रायः 1.2 मिमी. मोटी शीटों को काटने के लिए किया जाता है ।

प्रायः दो प्रकार की स्निपें प्रयोग में लाई जाती हैं:

(क) स्ट्रेट स्निप:

इसका प्रयोग कटिंग कार्यों के लिए किया जाता है । इससे प्रायः सीधी कटिंग और अनावश्यक धातु की ट्रिमिंग की जाती है ।

(ख) बेंट स्निप:

इसके ब्लेड का डिजाइन इस प्रकार किया जाता है कि सर्कल्स या अनियमित कर्वड् आकारों की कटिंग की जा सके ।

एक स्निप को उसकी संपूर्ण लंबाई और उसके ब्लेड के आकार के अनुसार निर्दिष्ट किया जाता है ।

9. मैलेट:

यह एक लकड़ी का हैमर है जिसका प्रयोग धातु की शीट पर साफ्ट और हल्की चोट लगाने के लिए किया जाता है ।

कई प्रकार के मैलेट प्रयोग में लाए जाते हैं जो कि निम्नलिखित होते हैं:

(क) स्टैण्डर्ड वुडन मैलेट:

इसका प्रयोग साधारण शीट मेटल कार्य के लिए किया जाता है ।

(ख) बोसिंग मैटल:

इसका प्रयोग प्रायः हॉलोइंग पेनल बीटिंग्स के लिए किया जाता है ।

(ग) ऐण्ड-फेक्ट मैलेट:

इसका प्रयोग स्ट्रैचिंग, हैमरिंग आदि के लिए किया जाता है ।

10. हैमर:

शीट मेटल की शेपिंग हाथ द्वारा हैमरिंग करके की जाती है ।

शीट मेटल कार्य के लिए प्रायः निम्नलिखित हैमर प्रयोग में लाए जाते हैं:

(क) बाल पेन हैमर – इसका प्रयोग धातु को सभी दिशाओं में फैलाने के लिए किया जाता है ।

(ख) क्रॉस पेन हैमर – इसका प्रयोग चोट लगाने की लाइन में एक दिशा में धातु को फैलाने के लिए किया जाता है ।

(ग) स्टेट पेन हैमर – इसका प्रयोग चोट लगाने की लाइन के समकोण में धातु को फैलाने के लिए किया जाता है ।

11. पंच:

शीट मेटल कार्य के लिए विभिन्न प्रकार के पंच प्रयोग में लाए जाते हैं- जैसे (क) प्रिक पंच व सेंटर पंच का प्रयोग मार्किंग के लिए; (ख) सॉलिड पंच का प्रयोग सुराखों की पंचिंग के लिए; (ग) हॉली पंच का प्रयोग गेस्केट, सील और स्पेसर बनाने के लिए किया जाता है ।

12. ब्लो लेम्प:

शीट मेटल के जॉब पर सोल्डरिंग करने के लिए सोल्डरिंग ऑयरन को गर्म करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है । इसका प्रयोग व्हाइट मेटल, बैबिट मेटल आदि को पिघलाने के लिए भी किया जाता है ।

13. ग्रूवर:

यह एक हैंड टूल है जिसका प्रयोग शीट मेटल कार्य में सीम को बंद करने और लॉक करने के लिए किया जाता है । यह कई साइजों में पाया जाता है जैसे 3 मि.मी., 4 मि.मी., 5 मि.मी. इत्यादि । इसकी बॉडी पर इसकी चौड़ाई स्टेम्प रहती है ।

14. स्टेक:

यह शीट मेटल वर्कर की एन्विल होती है जिसका प्रयोग बेंडिग, सीमिग और फार्मिग के लिए किया जाता है ।

विभिन्न प्रकार की स्टेक्स पाई जाती हैं जो कि निम्नलिखित हैं:

(क) हैचेट स्टेक:

इसका प्रयोग शार्प बेंड बनाने, ऐजों को फोल्ड करने, बक्से और तसलों की हाथ द्वारा फार्मिंग करने के लिए किया जाता है ।

(ख) हाफ मून स्टेक:

इसका प्रयोग धातु की डिस्क पर फ्लेंजो को उछालने के लिए किया जाता है ।

(ग) बिक ऑयरन स्टेक:

धारवाली ओर शार्प टेपर वाली वस्तुओं को इसकी टेपर्ड होने पर बनाया जाता है और इसकी एन्विल पर कार्नरों की स्क्वायरिंग, सीमिंग और हल्की रिवॉटिंग की जाती है ।

(घ) क्रीसिंग ऑयरन स्टेक:

इसका प्रयोग शीट के स्ट्रेट ऐज पर एक बीड की सिंकिग करने और पतली शीटों से छोटे व्यास की ट्‌यूबों को बनाने के लिए किया जाता है ।

(ड.) प्लानिशिंग एन्विल स्टेक:

इसका प्रयोग फ्लैट और विभिन्न आकार वाले सभी जॉबों की प्लानिशिंग करने के लिए किया जाता है ।

(च) होर्स स्टेक:

यह डबल ऐडिड आश्रय प्रदान करती है और फिनिश की हुई वस्तुओं की कार्यकुशलता के लिए महत्वपूर्ण होती हैं ।

(छ) फनेल स्टेक:

इसका प्रयोग फलेन और टेपर्ड वस्तुओं की शेपिंग और सीमिग करने के लिए किया जाता है ।

15. लीवर शीयर:

जिन शीटों को स्निप द्वारा काटना असंभव हो उन्हें लीवर शीयर के द्वारा आसानी से काटा जा सकता है ।

16. सर्कल कटिंग मशीन:

इस मशीन का प्रयोग निश्चित आकार में सर्कल्स और कर्वस् काटने के लिए किया जाता है ।

17. फार्मिंग मशीन:

इसका प्रयोग शीट को कर्व में बनाने और विभिन्न व्यासों के सिलण्डर्स बनाने के लिए किया जाता है ।

18. बेंडिंग मशीन:

इसका प्रयोग धातु की शीटों की फोल्डिंग और बेंडिंग के लिए किया जाता है जिसमें धातु को एक फ्लैट प्लेन से अन्य प्लेन में स्थाई रूप में मोड़ा जाता है । फोल्डिंग में छोटे रेडियस के साथ मोड़ शार्प होता है और बेंडिंग में बड़े रेडियस के साथ मोड़ अधिक स्थान घेरता है ।

फोल्डिंग टूल्स:

स्टेक्स और मैलेट के अतिरिक्त निम्नलिखित फोल्डिंग टूल्स का प्रयोग भी किया जाता है:

i. ऐंगल क्रॉस:

इसमें ऐंगल्स के दो पीस होते हैं जिनका प्रयोग शीट को 900 पर मोड़ने के लिए किया जाता है । लम्बी शीटों को मोड़क लिए लम्बे ऐंगलों का प्रयोग हैंड वाइस के साथ किया जाता है ।

ii. फोल्डिंग बार:

इसमें मोड़ने वाली शीट को क्लेम्प किया जाता है । इसके बाद इन्हें वाइस में पकड़कर फोल्डिंग की जाती है ।

iii. ‘सी’ क्लेम्प:

यह अंग्रेजी के अक्षर ‘C’ के आकार का क्लेम्पिंग डिवाइस है । इसका प्रयोग तब किया जाता है जब फोल्डिंग करने के लिए जॉब को दो पीसों बीच रखकर अच्छी तरह क्लेम्प करना होता है ।

Home››Metallurgy››Sheet Metal››