Read this article in Hindi to learn about:- 1. भर्ती का अर्थ (Meaning of Recruitment) 2. भर्ती की परिभाषाएं (Definitions of Recruitment) 3. विशेषताएँ (Characteristics) 4. स्त्रोत (Sources) 5. प्रभावित करने वाले घटक (Factors Affecting).

भर्ती का अर्थ (Meaning of Recruitment):

भर्ती करने से अभिप्राय उस क्रिया से है जिसके द्वारा कार्य करने वाले इच्छुक व्यक्तियों का पता लगाया जाता है तथा उन्हें नौकरी के लिए आवेदन-पत्र देने को प्रोत्साहित किया जाता है । कर्मचारियों की भर्ती करने का कार्य रोजगार विभाग करता है ।

यह विभाग कार्य करने वाले इच्छुक व्यक्तियों के आवेदन-पत्रों की जाँच-पड़ताल करने के पश्चात् ऐसे व्यक्तियों का चुनाव करता है जो संतोषजनक रूप से कार्य कर सकें । आजकल कर्मचारियों के चुनाव की भी एक जटिल समस्या है । यदि कर्मचारियों का चुनाव सोच-विचार कर एवं वैज्ञानिक आधार पर न किया जाये तो उद्योग का सफलतापूर्वक संचालन नहीं किया जा सकता ।

प्रबंधक को कार्य का विभाजन करते समय श्रमिकों की रुचि, मानसिक प्रवृत्ति, स्वभाव आदि बातों को ध्यान में रखकर करना चाहिए, ताकि मानव-शक्ति का अधिक से अधिक उपयोग हो सके । मानव संसाधन की भर्ती एवं चयन इस संसाधन के समुचित उपयोग का एक साधन है किसी भी उपक्रम में सफलता की कुंजी मानव संसाधन की भर्ती एवं चयन की सफलता में निहित है । प्रकृति के अनुरूप तर्कसंगत आधार पर की गई मानव संसाधन की भर्ती चयनकुशलता को बढाती है ।

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इससे उपक्रम की प्रातस्पर्द्धात्मक शक्ति में अभिवृद्धि होती है । वहीं यदि किसी संगठन में कर्मचारियों की भर्ती एवं चयन व्यवस्थित, सुचारु, सही और न्यायपूर्ण तरीके से नहीं की जाती है तो अनेक कर्मचारी अकुशल, अक्षम और अपेक्षाकृत नियत कार्य के लिए अनुपयुक्त हो सकते हैं । अतः मानव कर्मचारी संसाधन का आधिपत्य अति महत्वपूर्ण कार्य है ।

किसी व्यवसाय की सफलता अच्छे माल, औजार व भवन से नहीं आँकी जाती है वरन् उसके श्रमिक/कर्मचारियों से आंकी जाती है । किसी ने ठीक कहा है कि अच्छे कर्मचारी किसी संस्था की अच्छी सम्पत्ति होती है इनके चुनाव, प्रशिक्षण एवं पदोन्नति पर विशेष ध्यान देना चाहिए । किसी व्यावसायिक संस्था का सबसे महत्वपूर्ण कार्य होता है कर्मचारियों का सही चुनाव एवं उन्हें प्रशिक्षण देकर उनकी प्रतिभा को निखारना ।

प्रत्येक संगठन एक निश्चित मात्रा में कर्मचारी मानव संसाधन नियोजन विश्लेषणानुसार चाहते हैं । यह संगठन के ऊपर निर्भर करता है कि क्या विद्यमान कर्मचारियों ले ही उन्नति देकर उच्च पदों पर आसीन किया जाये और अधीनस्थ पदों पर बाहरी व्यक्तियों से भरा जाए अथवा बाहरी व्यक्ति भी सीधे उच्च पदों पर लाये जाएँ ।

संगठन सभी पदों को भरने हेतु चयन एवं भर्ती की प्रक्रिया अपनाते है । वास्तव में किसी भी संगठन की सफलता मानव संसाधन के प्रभावी चयन एवं भर्ती की प्रक्रिया पर निर्भर करती है ।

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उद्यम की सफलता की कुंजी सेविवर्गीय भर्ती एवं चयन की सफलता में निहित है । कार्य की प्रकृति के अनुसार वैज्ञानिक आधार पर की गई सेविवर्गीय भर्ती एवं चयन कार्यकुशलता को बढाती है, जिससे उद्योगों की प्रतिस्पर्द्धात्मक शक्ति में अभिवृद्धि होती है ।

भर्ती की परिभाषाएं (Definitions of Recruitment):

भर्ती एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें भावी (Future) कर्मचारियों की खोज की जाती है ।

भर्ती की निम्न परिभाषाएँ हैं:

(1) एडविन बी. फिलिप्पो के अनुसार – ”भर्ती भावी कर्मचारियों की खोज करने और उन्हें रिक्त कार्यों के लिए आवेदन करने के लिए प्रेरणा देने व प्रोत्साहित करने की प्रक्रिया होती है ।”

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(2) डेल एस. बीच के अनुसार – ”पर्याप्त मात्रा में मानव शक्ति स्त्रोतों को बनाये रखना तथा विकास करना भर्ती कहलाती है । भर्ती के अन्तर्गत उपलब्ध कर्मचारियों का एक पूल स्थापित करना होता है जिससे संगठन में अतिरिक्त कर्मचारियों की आवश्यकता पड़ने पर वहाँ से उन्हें प्राप्त कर सकें ।”

फारलैण्ड के अनुसार – ”भर्ती से आशय संस्था हेतु सम्भावी कर्मचारियों को आकर्षित करने की प्रक्रिया है । भर्ती नीति का उद्देश्य अच्छे गुणकारी प्रत्याशियों को आकर्षित कर भरोसेमन्द एवं प्रभावी लागत चयन निर्णय है ।”

भर्ती एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा भावी कर्मचारियों की खोज की जाती है और उन्हें संगठन में आवेदन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है यह आवश्यक है कि प्रत्येक संस्था की प्रगति के लिए पर्याप्त संख्या में आवश्यक योग्यता वाले कर्मचारी हों ।

अच्छी भर्ती नीति की विशेषताएँ (Characteristics of a Good Recruitment):

एक श्रेष्ठ भर्ती नीति में निम्न विशेषतायें होना चाहिए:

(i) कर्मचारियों की भर्ती संस्था के एक केन्द्रीय स्थान के द्वारा की जानी चाहिए ।

(ii) भर्ती, संगठन की चालू आवश्यकताओं के अनुसार हो ।

(iii) भर्ती की नीति स्पष्ट एवं व्यापक होनी चाहिए ।

(iv) भर्ती-नीति लोचदार होनी चाहिए ।

(v) किसी नये पद की नियुक्ति हेतु किसी उत्तरदायी अधिकारी की स्वीकृति होनी चाहिए ।

(vi) भर्ती के समय संस्था की ओर से किसी प्रकार का कोई आश्वासन लिखित या मौखिक नहीं दिया जाना चाहिए ।

(vii) भर्ती योग्यता के आधार पर की जानी चाहिए ।

(viii) भर्ती से पूर्व कार्य – विश्लेषण कर लेना चाहिए ।

(ix) भर्ती के स्रोतों को ध्यान में रखकर उनका पूरी तरह सदुपयोग किया जाना चाहिए ।

(x) सभी आवेदनों का व्यवस्थित सूक्ष्म परीक्षण किया जाना चाहिए ।

(xi) भर्ती वैधानिक प्रावधानों के अधीन प्रक्रियानुसार होना चाहिए ।

भर्ती के स्त्रोत (Sources of Recruitment):

एक संगठन में भर्ती निम्नानुसार से की जा सकती है:

1. उच्च प्रबन्धक (Top Management):

(i) आन्तरिक पदोन्नति,

(ii) विशिष्ट परामर्श गृह,

(iii) सहयोगी तथा प्रतियोगी संस्थाएँ,

(iv) विज्ञापन ।

2. मध्यस्तरीय प्रबन्धक (Middle Managers):

(i) पदोन्नति व स्थानांतरण,

(ii) सहयोगी तथा प्रतियोगी संस्थाएँ,

(iii) विज्ञापन तथा

(iv) प्रबन्धकीय शिक्षण संस्थाएँ ।

3. तकनीकी विशेषज्ञ (Technical Experts):

(i) सहयोगी तथा प्रतियोगी संस्थाएँ,

(ii) तकनीकी शिक्षा संस्थाएँ,

(iii) विशिष्ट परामर्श गृह,

(iv) विज्ञापन ।

4. निम्नस्तरीय प्रबन्धक (Low Level Managers):

(i) प्रबन्धकीय शिक्षण केन्द्र,

(ii) आन्तरिक पदोन्नति,

(iii) विज्ञापन ।

5. दफ्तरी कर्मचारी (Office Personnel):

(i) वर्तमान कर्मचारियों की सिफारिशें,

(ii) रोजगार दफ्तर तथा

(iii) विज्ञापन ।

6. कारखाने के कारीगर (Operative Force):

(i) रोजगार दफ्तर,

(ii) श्रमसंघ,

(iii) कारखाने के दरवाजे पर भर्ती,

(iv) स्थानीय पोलीटैक्नीक तथा अन्य औद्योगिक प्रशिक्षण केन्द्र,

(v) वर्तमान कर्मचारियों की सिफारिशें ।

यदि उपक्रम पूरी तौर से आन्तरिक स्त्रोत पर निर्भर रहता है तो उसे कर्मचारी प्रशिक्षण की व्यापक व्यवस्था करनी पड़ेगी । साथ ही बाहरी प्रतिभा के लिए द्वारा बन्द करने से अन्तः प्रजनन (Inbreeding) जो प्रक्रिया शुरू होती है वह उपक्रम के दीर्घकालीन हितों की दृष्टि से घातक सिद्ध हो सकती है । इसके अतिरिक्त इससे प्रतिभा के स्थान पर प्रभावशाली कर्मचारियों के चयन व पदोन्नति की संभावना बढ़ जाती है वहीं बाह्य स्त्रोत के भी अपने गुण-दोष हैं ।

भर्ती को प्रभावित करने वाले घटक (Factors Affecting Recruitment):

संगठन चाहे आकार में छोटे हो या बड़े, उन्हें भर्ती से संबंधित कार्य करने ही होते है । सामान्यतः भर्ती को विभिन्न घटक प्रभावित करते हैं, अतः उन्हें ध्यान में रखकर ही भर्ती की क्रिया की जानी चाहिए ।

भर्ती को प्रभावित करने वाले घटकों में प्रमुख निम्न हैं:

(1) संगठन क आकार (Size of Organization)

(2) सेवा की शर्तें (Conditions of Service)

(3) कार्य दशाएं (Working Conditions)

(4) उचित पारिश्रमिक (Reasonable Reward/Wages)

(5) संगठन के विकस की दर (Growth Rate of Organization)

(6) पूर्व में किए गए भर्ती प्रयासों के प्रभाव (Effect of Previous Recruitment)

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