हृदय रोग पर निबंध | Essay on Heart Diseases in Hindi!

Essay # 1. हृदय रोग (Heart Diseases):

कैंसर शब्द सुनने भर से हमारे दिल में डर पैदा हो जाता हो, लेकिन यह तथ्य भी याद रखना चाहिए कि आज भी सबसे ज्यादा मौतें हृदय रोग से हो रही हैं । 50 वर्ष की एक सामान्य महिला के जीवनकाल में कैन्सर की अपेक्षा हृदय रोग से पीडित होने की आशंका तीन गुना अधिक है ।

पूरे विश्व में करीब एक-तिहाई लोगों की मृत्यु हृदय-रोग की वजह से होती है । इसलिए इस तथ्य पर कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि हर दो में से एक पुरुष को हृदय संबंधी बीमारी हो सकती है ।

अनुसंधानकर्ताओं ने इस खेदजनक तथ्य का खुलासा किया है कि हृदय संबंधी रोग 5 से 8 साल के छोटे बच्चों में भी देखने को मिल रहे हैं । जब तक बच्चा 5 साल का होगा, उसमें हृदय रोग के प्रारंभिक लक्षण दिखने लगेंगे । इसका आनुवंशिकता से कोई लेना-देना नहीं है, बल्कि इसका सीधा संबंध आधुनिक पर्यावरण और आहार से है ।

ADVERTISEMENTS:

हालाँकि मानव जानते हैं कि हृदय रोगों के होने में आहार एक मुख्य कारक है, परंतु फिर भी धमनियों में रुकावट पैदा करने वाले भोजन की अनर्गल मात्रा बिना सोचे ग्रहण किए जा रहे हैं । और एक बार तली हुई चीजें खा लीं, तो उनसे मिलने वाला ऑक्सीकृत (ऑक्सीजन में बाहय हवा का मिश्रण) तेल मुक्त धातुकणों द्वारा, मानव की रक्त वाहिनियों सहित, जो कि हृदय रोग का अहम कारण होता है, मानव के पूरे शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है । उम्मीद है, यह जानकारी आपके तली चीजें खाने के लालच को निश्चित रूप से कम करेगी ।

हाल ही में टोरन्टी में हुए एक अध्ययन से पता चला कि सिर्फ दो घंटे तक काले धुएँ के संपर्क में रहने से इंसान की बाँह की मुख्य धमनी सिकुड जाती है । अब क्या आपको यह आभास नहीं होता कि हृदय के आस-पास की छोटी-छोटी धमनियाँ, जब वायु प्रदूषण के संपर्क में आएंगी, तो वे कितना सिकुड जाएँगी । तो इस तरह हृदय लगातार आघात सहता है, न केवल उससे जो हम खा रहे हैं, बल्कि बाहरी वातावरण से भी ।

Essay # 2. हृदय रोग (Heart Diseases):

घुलनशील रेशे हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं और संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में ‘स्मार्ट हेल्थ चैलेंज’ के प्रतिभागियों ने इसे साबित भी कर दिखाया है । 30 दिनों की इस चुनौती में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों ने प्रतिदिन अपनी इच्छा से एक कटोरा जई का दलिया खाया, जिससे उन्होंने खुद यह चुनौती ली कि किस तरह जीवनशैली में साधारण बदलाव करके कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम किया जा सकता है । परिणाम आश्चर्यजनक थे । 30 दिनों के बाद उनका कोलेस्ट्रॉल 70 प्रतिशत तक कम हो गया ।

‘अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन’ ने भी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि घुलनशील रेशे, सीरम कोलेस्ट्रॉल के साथ एक बंध बनाते हैं और इस तरह उसे रक्त प्रवाह में अवशोषित होने से रोकते हैं । सीरम कोलेस्ट्रॉल कम करना हृदय के विरुद्ध एक सबसे असरदार प्रतिरक्षा है । ‘केन्टुकी विश्वविद्यालय’ में हुए चिकित्सकीय अध्ययनों में देखा गया कि प्रतिदिन के आहार में महज साढे तीन औंस जई का चोकर मिलाने से केवल 10 दिनों की अवधि में ही कोलेस्ट्रॉल के स्तर में औसतन 13 प्रतिशत की कमी आई ।

ADVERTISEMENTS:

इसलिए जई का दलिया खाने की उनकी सलाह लाजवाब है, बल्कि एफडीए ने जई-उत्पादों को हमेशा स्वस्थ रहने के लिए सबसे जरूरी और विशिष्ट भोजन माना है, क्योंकि यह हृदय को स्वस्थ रखता है । ऐसा इसलिए था, क्योंकि आपको अपने आहार में प्रतिदिन जई के दलिए के माध्यम से लगभग तीन ग्राम रेशे मिलें, जिनमें संतृप्त वसा और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम हो, यह हृदय रोग के खतरे को कम करता है ।

Essay # 3. हृदय रोग (Heart Diseases):

तनाव की स्थिति में चाहे वह शारीरिक हो या मानसिक, हृदय को बहुत मुश्किल हालात में काम करना पड़ता है । रक्तचाप बढ जाता है, रक्त के धक्के जमने कीं प्रक्रिया चरम पर होती है, हृदय सामान्य से अधिक तेजी से धड़कता है और चयापचय दर बढ जाती है । यदि ऐसा कई घंटों तक जारी रहे, तो बुरी तरह से थक जाएँगे ।

और यदि ऐसा वर्षों तक होता रहा, तो आपको दिल का दौरा पड सकता है । इसमें कोई शक नहीं कि हृदय रोग के लिए तनाव एक जोखिम भरा, सहयोगी कारक है । कोरोनरी धमनी के रोग से पीड़ित रोगियों पर हुआ अध्ययन दर्शाता है कि जिन्होंने सामान्य चिकित्सकीय देखभाल के साथ ही, अपने तनाव का प्रबंधन करना भी सीखा है, उनमें भविष्य में दिल के दौरे की दर का खतरा, ऐसा न करने वालों की अपेक्षा सांकेतिक रूप से कम देखा गया ।

Home››Essay››Heart Diseases››