स्पायरूलिना सिंगल सेल प्रोटीन (SCP) : उत्पादन और लाभ | Read this article in Hindi to learn about:- 1. स्पायरूलिना एकल कोशी प्रोटीन का व्यापारिक उत्पादन (Commercial Production of SCP Spirulina) 2. स्पायरूलिना सिंगल सेल प्रोटीन (SCP) के लाभ (Benefits from Spirulina SCP) 3. उपयोग (Uses).

स्पायरूलिना एकल कोशी प्रोटीन का व्यापारिक उत्पादन (Commercial Production of SCP Spirulina):

इस समय स्पारूलीना (Spirulina) SCP के व्यापारिक उत्पादन के लिए दो तंत्र प्रयोग में लाए जाते है व तीसर तंत्र (Light Bioreactor) विकास की प्रक्रिया है ।

(1) अर्थ प्राकृतिक झील तंत्र (Semi Natural Lake System):

टेक्सेको झील व चड झील में स्पारूलीना क्तई अत्याधिक वृद्धि होती है । इन झीलों से बने SCP मछली व पशुओं के आहार के लिए उपयुक्त होते है ।

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(2) कृत्रिम संवर्धन तंत्र (Artificial Culture System):

अधिकांश विकासशील देशों की वातावरणीय परिस्थितियाँ स्पारूलीना की वृद्धि के अनुकूल है । इस उद्देश्य के लिए अपशिष्ट जल तंत्रों का विकास किया गया है जिनमें सबस्ट्रेट (Substrate) के रूप में अपशिष्ट पदार्थ उपयोग में लाए जाते हैं ।

स्यारूलिना के संवर्धन के लिए आवश्यक कारक:

(I) शैवाल टैंक (Algae Tank):

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सुविधा व आवश्यक उपलब्धि के आधार पर उपयुक्त माप के आयताकर व गोलाकर सीमेन्ट युक्त टैंक प्रयोग में लाए जा सकते है । शीतोष्ण प्रदेशों में खुले टैंक उपयुक्त रहते है ।

(II) प्रकाश (Light):

स्पारूलिना (Spirulina) की वृद्धि के लिए कम तीव्रता प्रकाश अधिक उपयुक्त होता है ।

(III) ताप (Temperature) – 35 से 40C

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(IV) पी॰एच॰ (pH) – 8.5 से 10 तक

(V) वातन (Aeration):

अच्छी गुणता व अच्छी लब्धि की प्राप्ति के लिए संवर्धन का वातन आवश्यक होता है ।

(VI) एकत्रीकरण (Harvesting):

स्पायरुलिना (Spirulina) का संवर्धन (Culture) जल सतह पर तैरता रहता है । अतः इसे स्टील की छलनी, नायलॉन या सूती कपडे की सहायता से अलग किया जा सकता है ।

(VII) सुखाना (Drying):

स्पायरुलना की कोशिक भित्ति (Cell Wall) पतलीं होती है । अतः इसे सूर्य के प्रकाश (Sun Light) में सुखाया जा सकता है ।

स्पायरूलिना सिंगल सेल प्रोटीन (SCP) के लाभ (Benefits from Spirulina SCP):

यदि बड़े स्तर पर स्पायरूलीना (Spirulina) की खेती के कई लाभ है । यह एक फिलामेन्ट्स एल्गी (Filamentous Algae) है । इनकी उपज सरल और कम खर्चीली विधि जैसे कि नाएलीन और सूती कपडे से छानने की विधि से प्राप्त की जा सकती है ।

स्पायरूलिना (Spirulina) के तंतु गैस वैक्यूल्स (Filamentous Gas Vaccules) की उपस्थिति के कारण पानी की सतह पर तैरते रहते है । इसलिए इनकी उपज निकलने में कई परेशानी नहीं आती है । इसके दूषित होने की सम्भावना बहुत कम होती है क्योंकि यह उच्च क्षारीय स्तर pH 8 से 11 में उगते है ।

इनकी कोशिका Cells की सतह पतली होती है । इसलिए इन्हें गर्मी में सुखाया जा सकता है । इनकी पतली सतह होने के कारण इनमें अप्त के घटन निम्न 4% होते है । इसलिए ये अत्यधिक पाचनशील (Digestable) अर्थात् 85%-95% होती है ।

इनमें बडी मात्रा में 62%-72% पाचनशील (Digestable Vitamins) और Amino Acid एवं अन्य पोषक तत्व पाये जाते है ।

उदाहरण मुल्टिन (Multin) के घटक (Component) अर्थात् स्पायरूलीन फ्यसीफॉरमिस का सूखा चूरा इसके 100 gm पाल्ड या चूरे में निम्नलिखित घटक पाए जाते हैं:

टोटल प्रोटीन (Total Protein) – 64.6

वसा (Fat) – 67

धुंधले रेशे (Crude Fiber) – 9.3

कार्बोहाइड्रेट्‌स (Carbohydrates) – 16.1

कैलोरीज (Calories) – 346

स्पायरूलिना SCP के उपयोग (Uses of Spirulina SCP):

स्पायरूलीना (Spirulina) के उपयोग निम्न है:

(1) आहार में प्रोटीन के पूरक के रूप में (As Protein Supplemented Food):

चूँकि स्पायरूला (Spirulia) में प्रोटीन (Protein), विटामिन्स (Vitamins) अमीनो एसिड (Amino Acid), खनिज (Minerals) और तंतु (Filaments) प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं । यह आहार में पूरक भोजन के रूप में विकासशील देशों के गरीब बच्चों के आहार के रूप में प्रयुक्त किया जाता है ।

यह पाया गया है कि 1gm स्पायरूलीना (Spirulina) की गोली (Tablet) में उतने पोषक (Nutritious) पाये जाते है जितने 1 किलो सब्जी में होते हैं ।

(2) स्वास्थ्यकारी भोजन के रूप में (As Healthy Food):

स्पायरूलीना (Spirulina) एक लोकप्रिय (Popular) एवं स्वास्थ्यकारी उत्तम भोज्य पदार्थ माना जाता है क्योंकि इसमें पोषण (Nutrients) के सभी आवश्यक तत्व पाए जाते है और इसमें अतिरिक्त वसा (Fats) और कैलोरीज (Calories) नहीं होती है । यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो मोटापे पर नियंत्रण पाना चाहते हैं ।

(3) थेरेपी और प्राकृतिक दवाई एवं औषधि के रूप में (In the Therapeutic and Natural Medicine):

Spirulina में बहुत से औषधीय गुण (Medical Properties) पाये जाते है । इसका सामाजिक और प्रतिरक्षा (Social and Preventive Medicine) औषधि के रूप में भी उपयोग किया जाता है । औषधि विशेषज्ञ (Medicinal Experts) द्वारा इसके उपयोग का सुझाव वजन घटाने (Body Weight Loss) कोलेस्ट्राल (Cholesterol) कम करने, चुस्त-दुरूस्त रहने मानसिक तनाव से मुक्ति आदि के लिए दिया जाता है ।

यह रक्त में शर्करा (Sugar) की अधिकता को न्यून करता है क्योंकि इसमें लिनालिनिक एसिड (Linolonic Acid) पाया जाता है जो मानव शरीर में जमने वाली वसा (Fats) और कोलेस्ट्राल (Cholesterol) से बचाता है ।

(4) प्रसाधन में उपयोग (Used as Cosmetics):

Spirulina में प्रचुर मात्रा में विटामिन (Vitamin) – A और Vitamin – B पाये जाते हैं जो केशों (बाल) (Hair) को स्वस्थ एवं सुंदर बनाये रखने में सहायता करते है । बहुत से Herbal Cosmeticians द्वारा इससे निर्मित विभिन्न प्रकार के सौन्दर्य प्रसाधन बनाए जा रहे है जो उपयोगी सिद्ध हो रहे है ।

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