अमेरिका में लोक सेवा: भर्ती और प्रशिक्षण | Civil Service in America: Recruitment and Training.

ब्रिटेन, फ्रांस और भारत में प्रचलित पदश्रेणी वर्गीकरण के विपरीत संयुक्त राज्य अमरीका में पदस्थिति वर्गीकरण प्रणाली प्रचलित है । वर्गीकरण की इस अमरीकी प्रणाली के अंतर्गत लोकसेवा पदों का वर्गीकरण कार्यों, उत्तरदायित्त्वों और योग्यता के आधार पर होता है ।

संयुक्त राज्य अमरीका में पहला संघीय वर्गीकरण कार्यक्रम 1923 के वर्गीकरण अधिनियम द्वारा तैयार किया गया था । इसमें श्रेणियों, योग्यताओं तथा वेतनों को परिभाषित किया गया था । 1949 में इस अधिनियम में संशोधन किया गया ।

1949 के संशोधित वर्गीकरण अधिनियम ने संयुक्त राज्य अमरीका के संघीय कर्मचारियों का वर्गीकरण निम्न पांच सेवाओं में किया:

ADVERTISEMENTS:

a. पेशेवर और वैज्ञानिक,

b. उप-पेशेवर और उप-वैज्ञानिक,

c. लिपिक, प्रशासनिक एवं वित्तीय,

d. अभिरक्षक,

ADVERTISEMENTS:

e. यांत्रिक ।

रोजगार तथा वेतनमानों के आधार पर संघीय कार्मिकों को 18 सामान्य अनुसूचित श्रेणियों (GS-1से GS-18 तक) के समूहों में रखा जाता है । GS-16से GS-18 तक ‘अधि श्रेणियाँ’ हैं जिनमें प्रबंधकीय कार्य करने वाले सर्वोच्च स्तर के लोक प्रशासक आते हैं ।

ब्रिटिश प्रशासक वर्ग के ‘पेशेवर नौसिखओं’ के विपरीत इन सर्वोच्च श्रेणियों के सदस्य ‘पेशेवर विशेषज्ञता’ में दक्ष होते हैं । ये पेशेवर विशिष्ट वर्ग वरिष्ठ कार्यकारी सेवा (Senior Executive Service [SES]) के अंग हैं । एसईएस का गठन 1978 के लोकसेवा सुधार अधिनियम के द्वारा किया गया था और इसकी सिफारिश 1955 के द्वितीय हूवर आयोग ने की थी । इसने अपना काम 1979 से करना शुरु कर दिया था ।

यह विशेषज्ञों तथा सामान्यज्ञों (Generalists), दोनों तरह के पेशेवरों का मिश्रण है और इसमें सामान्य योग्यता प्रणाली के बाहर के प्रबंधकों का एक विशिष्ट वर्ग होता है । इसके अंतर्गत वरिष्ठ नीति निर्माता तथा पर्यवेक्षी कार्यकारी शाखा के लगभग 9000 ऐसे पद आते हैं जो पहले वर्गीकृत सेवा के प्रवर्ग में थे ।

ADVERTISEMENTS:

ये ‘प्रतिस्पर्धात्मक सेवा’ (वर्गीकृत सेवा) की बजाय ‘वर्जित सेवा’ के प्रवर्ग में हैं । वर्जित सेवाएँ लोकसेवा नियमों के दायरे में नहीं आती हैं और इनको बिना किसी परीक्षा के नियुक्ति द्वारा भरा जाता है ।

भर्तियाँ (Recruitment):

संयुक्त राज्य अमरीका में भर्ती प्रणाली की विशेषताएं निम्न हैं:

(i) संघीय सेवाओं के लिए लोकसेवा परीक्षाओं का संचालन ओपीएम करता है । परीक्षाओं की प्रकृति प्रयोगात्मक होती है ।

(ii) इसके अंतर्गत एक ‘पार्श्विक प्रवेश’ (Lateral Entry) प्रणाली होती है । इससे लोकसेवाओं में सभी स्तरों पर सभी आयुवर्ग के प्रत्याशियों का प्रवेश आसान हो जाता है । इस प्रकार यह सरकार और निजी उपक्रमों के बीच आने-जाने में प्रत्याशियों की मदद करती है ।

(iii) चार तरह की परीक्षाएं होती हैं- लिखित, मौखिक, कार्य प्रदर्शन और पदविन्यास परीक्षा अर्थात प्रत्याशियों का मूल्यांकन उनकी शिक्षा, प्रशिक्षण तथा अनुभव के आधार पर किया जाता है ।

(iv) परीक्षाएँ, (जैसाकि उनको संयुक्त राज्य अमरीका की प्रशासनिक शब्दावली में कहा जाता है या तो ‘सामूहिक’ होती है अथवा ‘असामूहिक’ है । सामूहिक परीक्षाओं के मामले में प्रत्याशियों की परख बड़े-बड़े समूहों में एक साथ किसी नियत स्थान पर की जाती है ।

यह लिखित परीक्षा होती है और इसका उपयोग लिपिक प्रकृति के पदों को भरने के लिए किया जाता है । असामूहिक परीक्षा के मामले में प्रत्याशियों की परख व्यक्तिगत और प्रथक रूप से अलग की जाती है ।

उसमें कोई औपचारिक परीक्षा नहीं होती है और साक्षात्कार एवं प्रमाण परीक्षण के द्वारा चयन किया जाता है । इस पद्धति का उपयोग उच्च पदों को भरने के लिए होता है ।

(v) संयुक्त राज्य अमरीका में दो प्रमुख परीक्षाएँ है- संघीय सेवा प्रवेश परीक्षा और पेशेवर तथा प्रशासनिक कैरियर परीक्षा ।

(vi) लोकसेवा के लिए कोई निश्चित शैक्षणिक योग्यता निश्चित नहीं की गई है । जो कोई भी प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षा में सफल हो जाता है, वह लोकसेवा में प्रवेश पा सकता है; परंतु आवासीय योग्यता को पूरा करना आवश्यक है ।

(vii) पद विशेष के लिए परीक्षा में सफल होने वाले प्रत्याशियों को उनकी श्रेणियों के क्रम में एक सूची में रखा जाता है । परंतु अनुभवी वयोवृद्धों, विकलांग वयोवृद्धों तथा इनके कुछ आश्रितों के मूल्यांकन में क्रमश: 5 और 10 अतिरिक्त अंक दिए जाते हैं ।

(viii) किसी संघीय एजेंसी में जगह खाली होने पर नियोजन अधिकारी के लिए आवश्यक है कि इस जगह को वह उन तीन में से एक व्यक्ति से भरे जो इस काम के लिए योग्यता की सूची में दर्ज हैं ।

प्रशिक्षण (Training):

संयुक्त राज्य अमरीका में प्रवेश पूर्व तथा सेवा कालीन दोनों प्रकार की, प्रशिक्षण प्रणालियों का विकास हुआ है । प्रवेश पूर्व प्रशिक्षण दो प्रकार का होता है- अंतरंग प्रशिक्षण (Internship) और प्रशिक्षुता (Apprenticeship) । अंतरंग प्रशिक्षण का सरोकार प्रशासनिक एवं व्यावसायिक कार्य से है जबकि प्रशिक्षुता का सरोकार व्यापार या शिल्प कौशल से है ।

प्रशिक्षण का कार्य कार्मिक प्रबंधन कार्यालय (OPM), संघीय एजेंसियों, विश्वविद्यालयों तथा विशेषज्ञता प्राप्त संस्थानों द्वारा किया जाता है । इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों की निगरानी और समन्वय का संपूर्ण उत्तरदायित्व ओपीएम का है । संघीय एजेंसियाँ अपने कर्मचारियों को विशेष और सामान्य प्रशिक्षण देती हैं । गैर-सरकारी कार्मिकों को सेवा के दौरान प्रशिक्षण देने में विश्वविद्यालय महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं ।

असैनिक कर्मचारियों को प्रशिक्षण निम्न संस्थान प्रदान करते हैं- दि मैक्सवेल ग्रेजुएट स्कूल ऑफ सिटीजनशिप एंड पब्लिक अफेयर्स (सायराकूज यूनिवर्सिटी), दि इंस्टीटयूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (मिशिगन यूनिवर्सिटी), दि स्कूल ऑफ पब्लिक एंड बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (कॉर्नेल यूनिवर्सिटी), दि व्हार्टन स्कूल (पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी), दि स्कूल ऑफ बिजनेस एंड सिविल एडमिनिस्ट्रेशन (कोलंबिया यूनिवर्सिटी), दि हॉवर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन एंड दि नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ पब्लिक अफेयर्स (वाशिंगटन) ।

1938 में राष्ट्रपति द्वारा जारी एक प्रशासनिक आदेश में कहा गया था कि पर्यवेक्षक लोक सेवकों को भी प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की जानी चाहिए । प्रथम हूवर आयोग (1949) तथा द्वितीय हूवर आयोग (1955) ने नागरिक कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम के महत्व पर जोर दिया था ।

1955 में पूर्ववर्ती संयुक्त राज्य लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष ने प्रशिक्षण के महत्व पर एक नीति वक्तव्य जारी किया था; परंतु संयुक्त राज्य अमरीका में प्रशिक्षण के क्षेत्र में सबसे महत्त्वपूर्ण घटना 1958 में घटी थी । उस वर्ष कांग्रेस ने सरकारी कर्मचारी प्रशिक्षण अधिनियम पारित किया था । उस अधिनियम ने सरकारी एजेंसियों को अपने कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर पैसा खर्च करने का अधिकार दिया था ।

उसने तय किया था कि अपने कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर कोई भी संघीय एजेंसी अपने बजट का एक प्रतिशत से अधिक खर्च नहीं कर सकती है और कोई भी कर्मचारी उस प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में भाग नहीं ले सकता है जिसकी अवधि एक साल से ऊपर हो ।

कर्मचारियों के प्रशिक्षण के लिए इस अधिनियम ने एजेंसियों को बाहरी संस्थानों का उपयोग करने का भी अधिकार दिया था । संयुक्त राज्य अमरीका में प्रशिक्षण की एक महत्त्वपूर्ण विशिष्टता ‘अंतर-एजेंसी पुन: प्रतिपूर्ति प्रशिक्षण’ (Inter Agency Reimbursable Training) है जिसकी व्यवस्था कार्मिक प्रबंधन कार्यालय (OPM) करता है ।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में ओपीएम संघीय एजेंसियों को प्रशिक्षण कार्यक्रम उपलब्ध कराता है और प्रायोजक एजेंसी से शुल्क लेता है । इन कार्यक्रमों में अनेक विषय शामिल किए जाते हैं, जैसे कि प्रबंधन विज्ञान, वित्तीय प्रबंधन, कार्मिक प्रबंधन, कार्य प्रणाली अनुसंधान, प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण, संचार, स्वचालित आंकड़ा प्रसंस्करण इत्यादि ।

पदोन्नति (Promotion):

पदोन्नति के लिए कार्यकुशलता का माप करने वाली एक प्रणाली काम करती है ।

कार्यकुशलता निर्धारण चार प्रकार से किया जाता है:

(i) उत्पादन अभिलेख प्रणाली (Production Record System),

(ii) विशेषता-निर्धारण प्रणाली आलेखी निर्धारण माप प्रणाली (Trait-Rating System/Graphic Rating Scale System),

(iii) सामान्य लाफान प्रणाली ठोस साक्ष्य रिपोर्ट प्रणाली (Ordinary Laffan System/Substantiating Evidence Report System),

(iv) व्यक्तित्व तालिका निर्धारण की विश्लेषणात्मक परीक्षण सूची प्रणाली या प्रोबस्ट प्रणाली (Personality Inventory System/Analytical Check Test System of Rating or Probst System) ।

वेतन एवं सेवा-शर्तें (Salary and Terms of Service):

इस संबंध में निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान दिया जा सकता है:

(i) संयुक्त राज्य अमरीका में रोजगार की प्रकृति पर आधारित अनेक वेतन योजनाएँ हैं । प्रत्येक योजना में कई श्रेणियाँ (अर्थात स्तर) हैं और प्रत्येक श्रेणी में अनेक वेतनक्रम हैं । वेतन प्रशासन का कार्य कार्मिक प्रबंधन कार्यालय और श्रम सांख्यिकी ब्यूरो करते हैं ।

(ii) लोकसेवकों को वेतन (क्षतिपूर्ति) के अतिरिक्त अनेक प्रकार के भत्ते भी दिए जाते हैं जो प्रचलित मूल्य सूचकांक पर आधारित होते हैं ।

(iii) लोकसेवकों को किसी भी सेवा संगठन का सदस्य बनने का अधिकार दिया जाता है । इस अधिकार को 1912 का लॉयड ला फालेट अधिनियम प्रशासित करता है । संघीय लोकसेवकों द्वारा श्रमिक संगठन बनाने तथा सामूहिक सौदेबाजी करने के अधिकारों की पुष्टि 1978 का लोकसेवा सुधार अधिनियम भी करता है । संघीय कर्मचारियों की महत्त्वपूर्ण यूनियनें हैं- अमेरिकन फेडरेशन ऑफ गवर्नमेंट एम्पलॉईज, नेशनल फेडरेशन ऑफ गवर्नमेंट एम्पलॉईज और नेशनल एसोसिएशन ऑफ गवर्नमेंट एम्पलॉईज ।

(iv) लोकसेवकों को हड़ताल का अधिकार प्राप्त नहीं है । 1947 के टैफ्ट हार्टले अधिनियम (लेबर मैनेजमेंट रिलेशंस एक्ट) ने उनको यह अधिकार देना स्वीकार नहीं किया था ।

यह अधिनियम 1935 के वेगनर अधिनियम अर्थात (नेशनल लेबर रिलेशंस एक्ट) का एक प्रमुख पुन:परीक्षण है । 1978 का लोकसेवा सुधार अधिनियम भी हड़ताल, धरना या धीमे काम पर रोक लगाता है जिनसे सरकारी कार्य चालन बाधित होता है ।

(v) चुनावों में मतदान करने और अभिव्यक्ति के अधिकार के अलावा संयुक्त राज्य अमरीका में लोक सेवकों को कोई अन्य राजनीतिक अधिकार प्राप्त नहीं है । अन्य राजनीतिक अधिकार पूरी तरह से प्रतिबंधित है । 1939 के प्रथम है- अधिनियम (राजनीतिक गतिविधि अधिनियम) द्वारा जहाँ संघीय कर्मचारियों की राजनीतिक गतिविधियों को सीमित किया गया था, वहीं 1940 के द्वितीय है- अधिनियम ने इसी तरह के प्रतिबंध राज्य और स्थानीय कर्मचारियों पर भी थोप दिए थे । इस दूसरे अधिनियम को 1974 में निरस्त कर दिया गया था ।

(vi) लोकसेवकों की सेवानिवृत्ति की आयु 65 से 70 वर्ष है । 1920 के सेवानिवृत्ति अधिनियम (1930 और 1956 में संशोधित) ने लोक सेवकों के लिए पेंशन पद्धति की व्यवस्था की थी ।