रमेश कृष्णन की जीवनी । Biography of Ramesh Krushnan in Hindi Language!

1. प्रस्तावना ।

2. जीवन परिचय एवं उपलब्धियां ।

3. उपसंहार ।

1. प्रस्तावना:

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रमेश कृष्णन अपने पिता की तरह ही  लॉंन टेनिस के प्रतिभावान खिलाड़ी रहे हैं । रमेश कृष्णन ने अपने खेल से यह सिद्ध किया कि सही टाइमिंग और सटीक प्लेसिंग के द्वारा 5 सेट खेलकर भी खेल को जीता जा सकता है ।

ये राष्ट्रीय स्तर से लेकर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचने वाले भारतीय टेनिस के ऐसे सितारे थे, जो सेट पर हमेशा शान्त, सौम्य, विनम्र और अनुशासित रहते थे । किसी प्रकार का दिखावा, आडम्बर न तो इनके खेल में था और न ही इनके व्यक्तित्व में था ।

2. जीवन परिचय एवं उपलब्धियां:

रमेश कृष्णन का जन्म 5 जून, 1961 को मद्रास में हुआ था । 1977 को 16 वर्ष की अवस्था में इन्होंने राष्ट्रीय चैम्पियनशिप जीती थी । 1979 में विंबल्डन तथा फ्रेंच ओपन की प्रतियोगिताओं में ”जूनियर खिताब” जीतकर विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी कहलाने का गौरव प्राप्त किया । विंबल्डन फाइनल में पहुंचकर अमेरिका के डेविड सोमलर को सेमीफाइनल में हराया था । लिएण्डर पेस के बाद उाब तक किसी खिलाड़ी का नाम इसमें शामिल नहीं है ।

1984 में इनकी रैंकिंग 50 थी । 1981 व 1986 के अमेरिकी ओपन व विंबल्डन के क्वाटर फाइनल में 2 बार पहुंचने के कारण इन्हें आस्ट्रेलियन ओपन में 11वां स्थान मिला था । 1986-87 में इन्होंने शीर्ष उपलब्धियां दर्ज की । 1989 के आस्ट्रेलियाई ओपन में मैट्‌स विलैंडर को दूसरे राउण्ड में हराया था । आज ये खेल से लगभग संन्यास लेकर अप्रत्यक्ष रूप से भावी टेनिस खिलाड़ियों का मनोबल बढा रहे हैं ।

3. उपसंहार:

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यद्यपि रमेश कृष्णन ने कोई ग्राण्ड-स्लैम प्रतियोगिता नहीं जीती, तथापि भारतीय टेनिस जगत् में आने वाले युवा खिलाड़ियों का पथ प्रदर्शन किया । रमेश कृष्णन एक शान्त प्रकृति के खिलाड़ी माने जाते हैं । ये भारतीय खेल जगत् के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण रहेंगे ।

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