प्राचीन भारत में मृदा संरक्षण | Soil Conservation in Ancient India

प्राचीन भारत में मृदा संरक्षण | Soil Conservation in Ancient India in Hindi. प्रायः समस्त ताम्रपाषाणिक तथा ऐतिहासिक काल के पूर्व तक की संस्कृतियों की पहचान मृद्‌भाण्डों के आधार पर ही होती है । एक प्रकार से मृद्‌भाण्ड ही इनके नैदानिक लक्षण हैं । प्रारम्भ में मृद्‌भाण्डों का महत्व नहीं समझा जाता था तथा उत्खनन के दौरान जो टुकड़े प्राप्त [...]