लाल बहादुर शास्त्री का पहला भाषण । First Speech of Lal Bahadur Shastri in Hindi Language!

बहिनो और भाइयो ! मैंने प्रधानमन्त्रित्व का गुरुतर भार, उसके कार्यों तथा जिम्मेदारियों का मैंने विनम्रता और देशवासियों के प्रति अपने प्रेम और श्रद्धा की भावना से ही अपने क्यक्थों पर लिया है ।

प्रशासकीय सुधारों की समस्याओं की ओर हमारा ध्यान रहे, इसका हम पूरा प्रयास करेंगे । आर्थिक परिवर्तन के लिए प्रभावकारी साधन बनाने के निमित्त प्रशासकीय संगठन इसकी प्रणालियों और प्रक्रियाओं का आधुनिकीकरण आवश्यक है । लोगों को अनुशासन के साथ संयुक्त रूप से काम करना चाहिए और राजनीतिक दलों के सदस्यों को चाहिए कि वे राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के कार्य में सहायता का हाथ बढ़ाये ।

चाहे देश के किसी भाग के लोगों की किसी प्रश्न पर कोई भी भविना कैसी भी मजबूत क्यों न हो उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि प्रथमत: वे भारतीय हैं और एक राष्ट्र तथा एक देश के अपरिवर्तनीय ढांचे के भीतर सभी मतभेदों को सुलझा दें ।

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राष्ट्रपति  अय्युब खां के हाल के रेडियो वक्तव्य में विवेक और समझदारी दिखाई गयी है और उनका वक्तव्य मौजूं मौके पर दिया गया है । चाहे जो हो, भारत और पाकिस्तान के बीच सम्बन्ध की सम्प्रति-जैसी स्थिति है, उसमें इसके लिए दोनों देशों की सरकारों और जनता के संकल्प और सद्‌भावना की आवश्यकता है ।

भारत की तटस्थता की नीति बनी रहेगी और दूसरे देशों के साथ अपने सम्बन्ध और विश्व-समस्याओं के प्रति हमारे रुख की यह नीति ही मौलिक आधार पर भी बनी  रहेगी । हम अफ्रीकी-एशियाई गुट के नेता नहीं बनना ।

विश्व-शान्ति और जनता की स्वतन्त्रता के प्रश्न पर अपने अफ्रीकी एशियाई मित्र-राष्ट्रों का एक सहयोगी बने रहने में ही हमें सन्तोष है । भारत ने कोलम्बो प्रस्तावों को मान लिया है और अब यह चीन के ऊपर  है वह उन्हें माने और अपने रुख पर फिर से विचार करे तथा साथ ही वह चीन व हमारे अफ्रीकी-एशियाई राष्ट्रों में भारत-विरोधी प्रचार बन्द करे ।

हम सभी नेता कभी-कभी असफल सिद्ध होते हैं, किन्तु जनता असफल सिद्ध नहीं ठहरती । अभी हाल में जनता ने और उनके प्रतिनिधियों ने अपनी यह प्रबल इच्छा व्यक्त की कि प्रधानमन्त्री पद के लिए संघर्ष नहीं होना चाहिए, यह अच्छी परम्परा है ।

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मैं शीघ्र ही मूल्यवृद्धि को रोकने के लिए आवश्यक उपायों पर विचार-विमर्श करूंगा । हमें देश की अन्य समस्याओं के निराकरण के लिए अधिक परिश्रम भी करने होंगे । देश के विकास के लिए सभी व्यक्तियों का सहयोग प्राप्त हो, इसकी मैं पूरी कोशिश करूंगा । जय हिन्द ।