Here is a list of top nine precision instruments and gauges in Hindi language.

1. स्क्रू थ्रेड माइक्रोमीटर (Screw Thread Micrometer):

स्क्रू थ्रेड माइक्रोमीटर एक प्रकार का सूक्ष्ममापी यंत्र है जिसका प्रयोग स्क्रू थ्रेड की पिच डायमीटर को चैक करने के लिए किया जाता है । यह आउटसाइड माइक्रोमीटर की तरह होता है और इसका स्पिंडल शंकु जैसा होता है । इसकी एन्विल पर ‘V’ आकार का ग्रुव बना होता है । इससे .01 मि.मी. की सूक्ष्मता में माप ली जा सकती है ।

2. वर्नियर हाइट गेज (Vernier Height Gauge):

परिचय सरफेस गेज से 1/2 मि.मी. की सूक्ष्मता में मार्किंग की जाती है । परंतु कुछ जॉब ऐसे होते हैं जिनको इससे अधिक सूक्ष्मता में मार्किंग करने की आवश्यकता होती है तो एक ऐसे उपकरण का प्रयोग किया जाता है जिसे वर्नियर हाइट गेज कहते हैं । इससे .02 मि.मी. की सूक्ष्मता में मार्किंग की जा सकती है । प्रायः 300 मि.मी. साइज वाला वर्नियर हाइट गेज अधिकतर प्रयोग में लाया जाता है ।

3. डिजीट हाइट गेज (Digit Height Gauge):

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इस हाइट गेज में दो दिशाओं वाला काउंटर और एक डायल इंडिकेटर लगा होता है जिससे रीडिंग को शीघ्रता व परिशुद्धता में लिया जा सकता है ।

यह निम्नलिखित मुख्य लक्षणों के साथ पाया जाता हैं:

(क) इसके साथ कार्बाइड टिप वाला स्क्राइबर आता है ।

(ख) इसका बीम क्रोम प्लेटिड होता है और बेस को स्पेशल कोटिंग द्वारा फिनिश किया जाता है ।

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(ग) अनुकुलता के लिए इसका स्पोर्टिंग कॉलम 1000 मि.मी. ऊंचाई वाला होता है ।

(घ) इसके डायल से 0.01 मि.मी. रीडिंग ली जा सकती है ।

(ङ) इसके काउंटर से 1 मि.मी. की रीडिंग ली जा सकती है ।

4. वर्नियर डेप्थ गेज (Vernier Depth Gauge):

गहराई की मापों को सूक्ष्मता में मापने के लिए जिस उपकरण को प्रयोग किया जाता है उसे वर्नियर डेप्थ गेज कहते हैं । इससे .02 मि.मी. की सूक्ष्मता में माप ली जा सकती हैं । इसके कार्य का सिद्धांत, ग्रेजुएशन वैसे ही होते हैं जैसा कि वर्नियर कैलिपर में होती है । इसकी रीडिंग भी वैसे ही लेते है जैसे कि वर्नियर कैलिपर में लेते हैं ।

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आधुनिक वर्नियर कैलिपरों के साथ बीम के पीछे एक स्लॉट में स्टील की एक पत्ती फिट कर दी जाती है जिसको स्लाइडिंग एसेम्बली के साथ जोड़ दिया जाता है । इस प्रकार गहराई की मापों को सूक्ष्मता में मापा जा सकता है ।

बनावट:

इसकी बनावट में एक बेस होता है जिसमें एक नेरी रूल स्लाइड कर सकता है । इस नेरो रूल पर मेन स्केल बना होता है और बेस के ऊपरी भाग पर वर्नियर स्केल बना होता है । इसमें फाइन एडजस्टिंग यूनिट और फाइन एडजस्टिंग स्क्रू और लाकिंग स्क्रू भी लगे होते हैं ।

उपयोग:

वर्नियर डेप्थ गेज का प्रयोग किसी ब्लाइंड होल, स्लॉट या स्टैप की गहराई को .001” या .02 मि.मी. को सूक्ष्मता में मापने व चैक करने के लिए किया जाता है ।

सावधानियां:

i. वर्नियर डेप्थ गेज को कटिंग टूल्स के साथ मिला कर नहीं रखना चाहिए ।

ii. इसको गिरने से बचाना चाहिए ।

iii. कार्य में लाने से पहले इसकी शुन्य त्रुटि अवश्य चैक कर लेनी चाहिए ।

iv. कार्य समाप्ति पर इसे अच्छी तरह से साफ करके रखना चाहिए ।

5. वर्नियर बेवल प्रोटेक्टर (Vernier Bevel Protractor):

साधारण बेवल प्रोट्रैक्टर से किसी कोण के 1° की सूक्ष्मता में मापा व चैक किया जाता है, परंतु आधुनिक मशीनों के कुछ पार्टस ऐसे होते हैं जिनके कोणों को अधिक सूक्ष्मता में मापने व चैक करने की आवश्यकता होती है । इसलिए एक उपकरण का प्रयोग किया जाता है जिसे वर्नियर बेवल प्रोट्रैक्टर कहते है ।

इससे 1° के 12वें हिस्से अर्थात् 5′ (5 मिनट) की सूक्ष्मता में माप ली जा सकती है । इसके ब्लेड की लंबाई प्रायः 150 मि.मी. या 300 मि.मी. होती है जिसका एक सिरा 60° के कोण में और दूसरा 45° के कोण में बना होता है ।

सिद्धांत:

वर्नियर बेवल प्रोट्रैक्टर दो अनुरूप स्केलों के अल्पतमांक के अंतर के आधार पर बनाया गया है जिसमें एक मेन स्केल होता है और दूसरा वर्नियर स्केल ।

मेटीरियल:

वर्नियर बेवल प्रोट्रैक्टर प्रायः निकल क्रोमियम स्टील के बनाए जाते हैं ।

6. यूनिवर्सल बेवल प्रोट्रैक्टर (Universal Bevel Protractor):

यह आधुनिक इंस्ट्रूमेंट है जिसके सभी लक्षण वर्नियर बेवल प्रोट्रैक्टर के समान होते हैं । इसके अतिरिक्त इसके साथ एक बावफा-देन ग्लास, एक फाइन एडजस्टमेंट नोब और एक हाइट गेज अटैचमेंट सप्लाई किए जाते हैं । इसका प्रयोग 5′ (5 मिनट) की परिशुद्धता में कोणों की माप लेने, चैक करने और लेइंग आउट के लिए किया जाता है ।

इसके निम्नलिखित मुख्य लक्षण होते हैं:

(क) इसकी परिशुद्धता 5′ (5 मिनट) होती है ।

(ख) मेन स्केल और वर्नियर स्केल एक ही प्लेन में होते हैं ।

(ग) इसे फाइन एडजस्ट किया जा सकता है ।

(घ) इसके मुख्य पार्टस स्टेनलैस स्टील के बनाकर हार्ड कर दिए जाते हैं ।

(ङ) इसके साथ हाइट गेज अटैचमेंट भी आता हैं ।

रीडिंग:

इसकी रीडिंग उसी प्रकार ली जाती है जैसी कि वर्नियर बेवल प्रोट्रैक्टर में की जाती है ।

7. गियर टूथ वर्नियर कैलिपर (Gear Tooth Vernier Caliper):

गियर के दांत की मापों को सूक्ष्मता में चैक करने के लिए जिस उपकरण को प्रयोग में लाया जाता है उसे गियर टूथ वर्नियर कैलिपर कहते हैं । इससे .02 मि.मी. की सूक्ष्मता में माप ली जाती है । इसके कार्य का सिद्धांत और ग्रेजुएशन साधारण वर्नियर कैलिपर की तरह होती है ।

8. डायल टेस्ट इंडिकेटर (Dial Test Indicator):

डायल टेस्ट इंडिकेटर एक प्रकार का चैकिंग करने वाला उपकरण है जिसका मुख्य प्रयोग किसी फ्लैट या गोल जॉब की त्रुटि को चैक करने के लिए किया जाता है । इससे .001” या .01 मि.मी. की सूक्ष्मता में चैकिंग जाती है । इसको डायल गेज या इंडिकेटिंग गेज भी कहते हैं ।

सिद्धांत:

डायल टेस्ट इंडिकेटर को मैकैनिक मैग्निफाइंग लीवरेज या रैक और पीनियन के आधार पर बनाया गया है ।

9. डायल बोर गेज (Dial Bore Gauge):

डायल बोर गेज एक बहुत ही परिशुद्ध इंस्ट्रूमेंट है जिसका प्रयोग अंदरूनी डायमेंशनों को 0.01 मि. मी. की सूक्ष्मता में मापने के लिए किया जाता है । इसके डायल पर ग्रेजुएशनें क्लॉकवाइज और ऐंटी -क्लॉकवाइज दिशाओं में बनी होती हैं ।

माप लेने वाली विभिन्न रेंजों के साथ यह विभिन्न साइजों में पायी जाती है । विभिन्न साइजों को मापने के लिए इसके साथ इंटरचेंजेबल एक्सटेंशन रॉडें और स्पेसर्स भी आते हैं । साइज की प्रत्येक रेंज के लिए एक्सटेंशन रॉडों और स्पेसरों के साथ अलग-अलग बॉक्स आते हैं । उपलब्ध साइजों की विभिन्न रेंजें हैं- 6-10, 10-18.5, 18-35, 35-60, 50-100, 50-150, 100-160, 160-250, और 250-400 मि.मी.